कोलकाता: धनतेरस का त्योहार आज देशभर में मनाया जा रहा है। इस दिन शाम के समय भगवान धन्वंतरि, कुबेर देवता, मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु जी की पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यताओं के अनुसार, धनतेरस के दिन कुबेर देवता की उपासना की जाती है। इससे धन लाभ होता है। मां लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है और पैसों की तंगी दूर होती है। धनतेरस के दिन दीपदान भी किया जाता है।
धनतेरस 2023 पूजा शुभ मुहूर्त
धनतेरस पूजा विधि
ऊँ श्रींह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ महालक्ष्मी नम:॥
कुबेर मंत्र-
ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः॥
धन्वंतरि मंत्र-
‘ॐ नमो भगवते धन्वंतराय विष्णुरूपाय नमो नमः’
धनतेरस मनाने की पौराणिक कथाधनतेरस के दिन सोना-चांदी और बर्तन खरीदना भी काफी शुभ माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को समुद्र मंथन के दौरान धन्वंतरि भगवान अमृत का कलश लिए प्रकट हुए थे, इसलिए धनतेरस के दिन बर्तन खरीदना भी बेहद शुभ माना जाता है। धन्वंतरि देव जी ने संसार में चिकित्सा विज्ञान का प्रचार-प्रसार किया था। धनतेरस के दिन अच्छे स्वास्थ्य के लिए इनकी पूजा-अर्चना भी की जाती है।