
न्यूयॉर्क : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के 74वें सत्र को संबोधित करेंगे। बताया जा रहा है कि पीएम मोदी इस मंच से पूरी दुनिया को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के लिए एकजुट करेंगे। पीएम मोदी के बाद संयुक्त राष्ट्र के मंच पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का भाषण होगा। यह माना जा रहा है कि इमरान अपने 15 मिनट के भाषण में कश्मीर का मुद्दा उठाएंगे। उल्लेखनीय है कि पीएम मोदी साल 2014 में यूएनजीए सत्र में शामिल हो चुके है और संयोग ये है कि उस सत्र का संबोधन भी 27 सितंबर को किया गया था। पीएम मोदी आज दूसरी बार इस सभा को संबोधित करेंगे।
विदेश मंत्री ने दिया जवाब
बता दें कि पाक पीएम इमरान खान पहली बार सत्र को संबोधित करेंगे। वहीं गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठकों से इतर सार्क देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्री शरीक हुए। हालांकि जैसे ही भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बोलना शुरू किया पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी कमरे से बाहर आ गए। अपनी बात पूरी करने के बाद भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर भी पाकिस्तानी विदेश मंत्री के लौटने से पहले निकल आए। बाद में कुरैशी ने भारतीय विदेश मंत्री के संबोधन के बहिष्कार को कश्मीर से जोड़ दिया।
क्या कहेंगे पीएम मोदी
पिछले दिनों ह्यूस्टन में हुए ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम में भी पीएम मोदी ने आतंकवाद का मुद्दा उठाया था। उन्होंने यहां कहा था कि अब वक्त आ गया है कि इनके खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ी जाए। माना जा रहा है कि संयुक्त राष्ट्र महासभा में पीएम मोदी एक बार फिर से पाकिस्तान पर निशाना साध सकते हैं। ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम में पाक का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा था कि भारत के फैसलों (कश्मीर पर) से उन्हें दिक्कत है, जिनसे अपना देश नहीं संभल रहा, ये वो हैं जो चरमपंथ को पालते-पोसते हैं। बता दें कि यूएनजीए में पहली बार आतंकवाद का मुद्दा साल 1979 में आया था। साल 2005 में इस मसले पर बातचीत शुरु हुई थी, लेकिन कुछ हल नहीं निकला था। भारत की नजर यूएनजीए में स्थायी सीट पर होगी, क्योंकि उसका कद भी विकासशील जैसे देशों के समान बढ़ रहा है। अनुमान लगाया जा रहा है कि पीएम मोदी अपने भाषण में जलवायु परिवर्तन का मुद्दा उठा सकते है।
पीएम मोदी यूएनजीए के 69वें सत्र में हुए थे शामिल
पीएम मोदी आज ही के दिन यानी 27 सितंबर 2014 संयुक्त राष्ट्र महासभा के 69वें सत्र को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान से आतंक मुक्त माहौल बनने की बात कही थी। साथ ही उन्होंने कहा था कि मैं पाक से मित्रता और सहयोग बढ़ाने समेत द्विपक्षीय वार्ता के लिए तैयार हूं, लेकिन आतंकवाद के साए में नहीं। बता दें कि उन दिनों कश्मीर में बाढ़ का कहर था, जिसका जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि भारत ने पाक में बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए प्रस्ताव रखा है। संयुक्त राष्ट्र की 69वें सत्र में पीएम मोदी के साथ तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज शामिल हुई थी। सुषमा स्वराज ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र को संबोधित करते हुए कई बातें कही थी, गौरतलब है कि उनकी स्पीच को सुनकर पीएम मोदी ने खुद प्रशंसा किया था।
दुनिया में भारत की पहचान आईटी के सुपरपावर के रूप में है – सुषमा स्वराज
सुषमा स्वराज ने अपने भाषण में कहा था कि भारत गरीबी से लड़ रहा है और पाकिस्तान हमसे लड़ रहा है। साथ ही उन्होंने कहा था कि जिस देश ने सैकड़ो बेगुनाहों को मौत के घाट उतारा है, वह हमे इंसानियत और मानवता का पाठ पढ़ा रहा है। आगे उन्होंने कहा था कि भारत और पाकिस्तान एक साथ आजाद हुए थे। लेकिन भारत की पहचान दुनिया में आईटी के सुपरपावर के रूप में है, जबकि पाक की पहचान आतंकवाद के रूप में है।