
नई दिल्ली : वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर विश्व बैंक द्वारा जारी की गई सूची में भारत की रैंकिंग घट गई है। पहले सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के मामले में दुनिया भर में भारत का स्थान 5वां था अब वह दो अंक घटकर 7वें स्थान पर पहुंच गया है। मालूम हो कि गुरुवार को विश्व बैंक ने जीडीपी के आधार पर वर्ष 2018 में दुनिया भर के देशों की रैंकिंग सूची जारी की है। इससे पहले पिछले वर्ष भारत जीडीपी के मामले में ब्रिटेन को पछाड़कर 5वें स्थान पर पहुंचा था। वहीं अब ब्रिटेन और फ्रांस जीडीपी के मामले में भारत से आगे निकल गए हैं। गौरतलब है कि रैंकिंग के मामले में अमेरिका 20.5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के शीर्ष पर बना हुआ है।
इस वजह से घटी रैंकिंग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने गत दिनों भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की बात कही थी। वहीं आर्थिक सर्वे में सामने आया है कि इसके लिए अर्थव्यवस्था में 8 फीसदी वार्षिक ग्रोथ आवश्यक है। अर्थशास्त्रियों की मानें तो रैंकिंग के प्रभावित होने का सबसे बड़ा कारण मुद्रा में उतार-चढ़ाव और ग्रोथ में कमी है। फिलहाल रुपया डॉलर के मुकाबले कमजोर हुआ है। वहीं यह वर्ष 2017 में रुपये में 3 प्रतिशत की मजबूती आई थी।
5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था के लिए 8 फीसदी ग्रोथ रेट जरूरी
मालूम हो कि वर्ष 2018-19 में जीडीपी ग्रोथ पिछले साल के मुकाबले घटी है। यह गिरावट पिछले 5 वर्षो में सबसे ज्यादा है। मौजूदा वर्ष 2018-19 में जीडीपी दर 6.8 फीसदी रही है। आर्थिक सर्वे में सामने आया है कि 2025 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लिए देश को सालाना 8 फीसदी ग्रोथ रेट हासिल करने की जरूरत है। पिछले 5 सालों में विकास दर की बात करें तो यह औसत 7.5 फीसदी रही। आर्थिक सर्वेक्षण में यह भी सामने आया है कि 8 प्रतिशत ग्रोथ रेट का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए खपत में इजाफे और निवेश की जरूरत होगी।