
नई दिल्ली : हिंदी फिल्में बनाने वाले निर्माताओं को शायद बॉक्स ऑफिस पर कामयाबी का नया मंत्र हाथ लग गया है। वैसे देखा जाए तो ये मंत्र नया नहीं बल्कि बॉक्स ऑफिस पर दर्शकों के दबदबे की नई निशानी है। हर बड़ी फिल्म से पहले सिनेमाघरों के टिकटों के दाम बेतहाशा बढ़ाने के चलन को कार्तिक आर्यन की फिल्म ‘भूल भुलैया 2’ से टी सीरीज ने बंद किया। और, अब टी सीरीज से अलग होने के बाद अपना खुद का स्टूडियो खोल चुके निर्माता विनोद भानुशाली ने इससे दो कदम और आगे जाने का फैसला किया है। उनके स्टूडियो की पहली फिल्म ‘जनहित में जारी’ के टिकट पहले दिन सिर्फ सौ रुपये रखे गए हैं। विनोद के मुताबिक इसका मकसद फिल्म को ज्यादा से ज्यादा दर्शकों तक पहुंचाना है ताकि आज के लिए जरूरी एक सही बात लोगों तक मनोरंजक तरीके से पहुंच पाए।