जान से मार डालता है ये गाना, गलती से भी मत सुन लेना

कोलकाताः अक्सर जब इंसान का मन ख़राब रहता हैं तो गाना मन को शांत कर देता है। कई सर्वेक्षण में ये प्रमाणित भी हुआ है कि संगीत सुनकर तनाव कम होता है| लेकिन आज हम आपको ऐसे एक गाने के बारे में बताने वाले हैं जिसने बहुत लोगों को मौत के घाट उतार दिया।
किसने बनाया था ये गाना?
हंगरी के संगीतकार रेजसो सेरेज ने एक संगीत बनाया जिसका नाम था “ग्लूमी संडे “। मोहब्बत से मिले दर्द से जुड़ा हुआ यह गाना सेरेज ने बहुत सारे प्रोडूसर्स को सुनाया था। लेकिन कोई भी इस गाने को रिलीज करने के लिए तैयार नहीं था। हालांकि, दो साल से ज्यादा समय के बाद 1933 में यह गाना रिकॉर्ड और रिलीज किया गया।
क्या हुआ गाने के रिलीज के बाद?
गाने के प्रसारित होने के थोड़े दिनों के बाद ही देश में आत्महत्या का मामले तेजी से बढ़ने लगे। कई लोगों ने अपने सुसाइड नोट में इस गाने का उल्लेख भी किया। उस वक्त “ग्लूमी संडे” के चलते करीब 17 लोगों ने आत्महत्या की थी। यह गाना उन्होंने अपने प्रेमिका के लिए लिखा था जब वे उनको छोड़ के चली गयी थी। गाने के बोल और संगीत ऐसा था जो लोगों में दर्द और दुःख पैदा कर देता था, ऐसे में इसे ‘हंगेरियन सुसाइड सॉन्ग’ भी कहा गया।
गाने की दहशत को देखते हुए इस गाने को बैन कर दिया गया था 62 साल तक । बाद में ये बैन हटा लिया गया था। आज ये गाना यूट्यूब पर मौजूद है। लेकिन अभी तक कोई भी पुख्ता सुबूत नहीं मिला कि क्यों इतने सारे इंसानों की जान चली गयी इस गाने के वजह से।
और भी चौकाने वाली बात ये है कि इस गाने के लेखक रेजसो सेरेज ने भी आत्महत्या की थी। सेरेज ने भी जनवरी 1968 में बुडापेस्ट में आत्महत्या कर ली थी।सेरेज पहले अपार्टमेंट की खिड़की से कूदे थे लेकिन उन्हें बचाकर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। फिर बाद में अस्पताल में सेरेज ने तार से अपना गला घोंटकर खुदकुशी कर ली थी।

 

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