
मुंबईः संजय दत्त की जिंदगी पर आधारित राजकुमार हिरानी की फिल्म ‘संजू’ आज शुक्रवार को बड़े पर्दे पर रिलीज हो गई। इस फिल्म को शानदार ओपनिंग मिली है। फिल्म समीक्षकों के साथ ही दर्शकों ने भी फिल्म की भरपूर सराहना की है। सबसे ज्यादा तारीफ रणबीर कपूर की हो रही है जिन्होंने फिल्म में संजय दत्त का किरदार निभाया है। वहीं, दूसरी ओर सुनील दत्त की कश्मकश को पर्दे पर परेश रावल ने एक बार फिर जिंदा कर दिया है। संजय की मां नरगिस दत्त का किरदार मनीषा कोईराला ने निभाया है। फिल्म में उनका लुक और निराश आंखों को देखकर लगेगा ही नहीं कि ये वास्तव में नरगिस दत्त हैं या फिर मनीषा कोईराला।
ये भी हैं शामिल
मनीषा के लिए राजू हिरानी और उनके मेकअप आर्टिस्ट ने काफी मेहनत की है। फिल्म में अनुष्का शर्मा, सोनम कपूर, दिया मिर्जा और विकी कौशल भी हैं।
दर्शकों को था इंतजार
जब से इस फिल्म की घोषणा हुई थी तब से दर्शकों को इस फिल्म का इंतजार था। ट्रेलर रिलीज हुआ तो बेसब्री और बढ़ गई। वैसे भी राजू हिरानी और संजय दत्त की कैमिस्ट्री जबरदस्त रही है। मुन्नाभाई एमबीबीएस और पीके इसका उदाहरण हैं।
अनूठे सीन से शुरुआत
फिल्म की शुरुआत ही एक अनूठे सीन से होती है। यहां संजय दत्त एक कुर्सी पर बैठे अपनी बॉयोग्राफी पढ़ रहे होते हैं। इसके बाद, फिल्म आहिस्ता-आहिस्ता उनकी जिंदगी के गुजरे हुए वक्त में चली जाती है। रणबीर कपूर ने संजू के ड्रग एडिक्ट वाले दौर को जिस तरह पेश किया है, उसको देखकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं। संजय दत्त यूं तो फिल्मी हीरो हैं लेकिन इस फिल्म की सबसे अच्छी बात यह है कि वह फिल्म में सिर्फ ‘हीरो’ नहीं है। यानी इस फिल्म में संजय दत्त की जिंदगी के अच्छे-बुरे हर पहलू को दिखाया गया है। संजू इस फिल्म के स्टार हैं लेकिन वह अपनी इस कहानी में हर जगह एक आदर्श पुरुष नहीं है। राजकुमार हिरानी ने इस फिल्म में संजय की ड्रग्स से जद्दोजहद, मुंबई बम विस्फोट, आर्म्स एक्ट में नाम आने की वजह से जो-जो झेला उसको बखूबी दिखाने की कोशिश की है। यह फिल्म संजू के सही और गलत हर पक्ष को साफ दिखाती है।
रणबीर कपूर ने बखूबी से निभाया किरदार
रणबीर कपूर ने इस फिल्म की आत्म को बखूबी पकड़ा है, वह पूरी तरह से संजय दत्त बन गए हैं। कुछ-कुछ सीन में तो ऐसा लगता है कि संजय दत्त ही पर्दे पर हैं। फिल्म में आपको पुराने दौर के कुछ गाने भी सुनने को मिलेंगे जो आपको पुराने दौर में ले जाएंगे। फिल्म में काफी हल्के पल हैं जिनपर आप दिल खोलकर हंस सकते हैं। यह फिल्म एक भाव्नात्मक सफर पर आपको ले जाएगा और अगर आप अच्छा सिनेमा देखने के शौकीन हैं तो यह फिल्म आपके लिए है।