
कराची: दक्षिण अफ्रीका के शीर्ष बल्लेबाज फाफ डु प्लेसिस ने आगाह किया है कि जैव सुरक्षित वातावरण ‘बायो बबल’ में रहकर क्रिकेट खेलना खिलाड़ियों के जल्द ही बड़ी चुनौती बन सकता है। क्रिकेटरों को कोरोना के कारण कड़े दिशानिर्देशों का पालन करना पड़ रहा है। वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन में डुप्लेसिस ने कहा कि हम समझते हैं कि यह बेहद कड़ा सत्र रहा और कई लोगों को इस चुनौती से जूझना पड़ा लेकिन एक जैव सुरक्षित वातावरण में जिंदगी गुजारनी पड़ी तो यह बेहद चुनौतीपूर्ण होगा। मुख्य प्राथमिकता क्रिकेट खेलना है। घर में बैठे रहने के बजाय बाहर निकलकर वह काम करना जो हमें पसंद है, इसलिए अब भी यह सबसे महत्वपूर्ण चीज है। लेकिन ऐसा समय आयेगा जब खिलाड़ी बायो बबल से उब जायेंगे। इस स्टार बल्लेबाज ने कहा कि महामारी के कारण कई महीनों तक बनी अनिश्चितता के बाद जब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट शुरू हुआ तो कई खिलाड़ी लगातार दौरे कर रहे हैं और जैव सुरक्षित वातावरण में अपनी जिंदगी बिता रहे हैं। अगर आप पिछले आठ महीनों के कैलेंडर पर गौर करो तो आप देखोगे कि खिलाड़ियों ने चार से पांच महीने बायो बबल में बिताये हैं, जो कि बहुत अधिक है। कुछ खिलाड़ी महीनों तक अपने परिवार से नहीं मिले जो कि चुनौतीपूर्ण हो सकता है। मैं अभी अच्छी स्थिति में हूं। मैं अब भी प्रेरित महसूस कर रहा हूं लेकिन मैं केवल अपने बारे में बात कर सकता हूं। मुझे नहीं लगता कि लगातार एक बायो बबल से दूसरे बायो बबल में रहना संभव होगा। मैंने कई खिलाड़ियों को इस बारे में बात करते हुए देखा और सुना है।