
नई दिल्लीः दुनियाभर में मंदी की आहट के बीच भारत के लिए राहत भरी खबर है। क्रूड ऑयल के दाम में गिरावट लगातार जारी है और अब यह 100 डॉलर प्रति बैरल के नीचे आ गया है। बीते कारोबारी दिन में करीब तीन महीने के निचले स्तर पर पहुंचने के बाद गुरुवार को भी इसकी कीमत में कमी आई है। क्रूड की कीमतें घटने से देश में पेट्रोल-डीजल सस्ता होने की उम्मीद बढ़ गई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, क्रूड ऑयल के दाम में जारी गिरावट के चलते यह लगभग तीन महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया है। गुरुवार को भी शुरुआती कारोबार में तेल की कीमतों में गिरावट आई है। इसका कारण है कि संभावित वैश्विक मंदी की आशंका की बीच तेल की मांग को लेकर चिंता बढ़ गई है। ब्रेंट क्रूड LCOc1 वायदा 71 सेंट गिरकर 99.98 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। WTI क्रूड CLc1 वायदा 62 सेंट टूटकर 97.91 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया है।
पेट्रोल-डीजल पर ऐसे होता है असर
रूस और यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से कच्चे तेल की कीमतों में जोरदार तेजी देखने को मिली है। इस दौरान क्रूड की कीमत साल 2008 के अपने उच्च स्तर को छूते हुए 139 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई थी। हालांकि, इसके बाद इसकी कीमत में कमी आई और अब फिर से क्रूड 100 डॉलर प्रति बैरल के नीचे आ गया है। विशेषज्ञों के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अगर कच्चे तेल की कीमतों में एक डॉलर का इजाफा होता है, तो भारत में पेट्रोल-डीजल का दाम 50 से 60 पैसे बढ़ जाता है। इसी तरह से अगर क्रूड का दाम गिरता है, तो पेट्रोल-डीजल के भाव में कमी की संभावना भी बढ़ जाती है।