नई दिल्ली: बुरे दिनों में लोगों को भगवान की याद आती है। कोरोना काल में जब लोग घर से काम कर रहे थे तो देश में अगरबत्ती की बिक्री बढ़ गई थी। जानकारों का कहना है कि उस दौरान अगरबत्ती इंडस्ट्री की बिक्री में 30 फीसदी तक उछाल आई थी। लेकिन कोरोना का प्रकोप कम होने के साथ ही लोगों ने ऑफिस जाना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही अगरबत्ती की बिक्री की ग्रोथ भी घटकर सिंगल डिजिट पर आ गई है। अगरबत्ती का ज्यादातर कारोबार असंगठित क्षेत्र में है।
ऑल इंडिया अगरबत्ती मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के प्रेजिडेंट अर्जुन रंगा ने कहा कि कोरोना महामारी से पहले घर में पूजा करने का समय एक तरह से फिक्स था। लेकिन लॉकडाउन हटने और सप्लाई चेन की चुनौतियां दूर होने के बाद पूजा का समय बदल गया। लोग घर से काम कर रहे थे और वे किसी भी समय पूजा कर सकते थे। अब अगरबत्ती का मल्टीपल यूज कम हो गया है। अब इंडस्ट्री की सालाना ग्रोथ 5-6 फीसदी रह गई है। रंगा ने कहा कि महामारी के बाद अगरबत्ती की पैनिक बाइंग भी देखने को मिली। इसलिए भी इसकी मांग में उछाल देखने को मिला। पूरे देश में इसका पेनिट्रेशन करीब 80 फीसदी है। इसे देखते हुए पांच से छह फीसदी की ग्रोथ अच्छी है।
इन अगरबत्तियों की सबसे ज्यादा मांगमैसूर डीप परफ्यूमरी हाउस (एमडीपीएच) के मैनेजिंग पार्टनर अंकित अग्रवाल ने कहा कि कोरोना की पहली लहर के बाद अगरबत्ती इंडस्ट्री की मांग में 30 फीसदी उछाल आई। लोग घर से काम कर रहे थे और उनके पास पूजा करने का पूरा समय था। अग्रवाल ने कहा कि महामारी से लोगों के व्यवहार में बदलाव आया है और अगरबत्ती के मामले में भी यह देखने को मिला है। गुलाब और चंदन की खुशबू वाली अगरबत्तियों की अब भी सबसे ज्यादा मांग है। लेकिन अनानास, ग्रीन ऐपल और खरबूजे की खुशबू वाली अगरबत्तियों की मांग में भी तेजी आ रही है।
इंडिविजुअल ब्रैंड्स का परफॉरमेंस बेहतर
हालांकि इसमें इंडिविजुअल ब्रैंड्स का परफॉरमेंस बेहतर रहा। आईटीसी के चीफ एग्जीक्यूटिव (अगरबत्ती और माचिस) गौरव तयाल ने कहा कि कंपनी के फ्लैगशिप ब्रैंड मंगलदीप की बिक्री में पिछले दो साल में 12 फीसदी की दर से बढ़ी। आईटीसी के तयाल ने कहा कि कोरोना काल में घर को ज्यादा महकाने की जरूरत थी। इसलिए आईटीसी ने उपावेदा रेंज को लॉन्च किया। इसमें कर्पूर और तुलसी की खुशबू थी। देश में अगरबत्ती इंडस्ट्री का कुल बिजनस 10 से 12 हजार करोड़ रुपये का है। इसमें असंगठित क्षेत्र भी शामिल है।