मुंबईः स्थानीय शेयर बाजारों में मामूली तेजी रही। कारोबार के दौरान दोनों मानक सूचकांक रिकॉर्ड ऊंचाई पर चले गये थे लेकिन एफएमसीजी और आईटी शेयरों में मुनाफावसूली से तेजी कायम नहीं रह पायी। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के इसी सप्ताह नीतिगत दर पर निर्णय से पहले निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया। बीएसई सेंसेक्स 23.12 अंक यानी 0.03 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ अबतक के उच्चतम स्तर 81,355.84 अंक पर बंद हुआ। सूचकांक मजबूती के साथ खुला और अमेरिका में बॉन्ड प्रतिफल में गिरावट के कारण कारोबार के दौरान एक समय 575.71 अंक यानी 0.70 प्रतिशत बढ़कर 81,908.43 अंक पर चला गया था। बाद में निवेशकों ने उच्च स्तर पर मुनाफावसूली को तरजीह दी। इससे सूचकांक नीचे आया। सेंसेक्स के 16 शेयर लाभ में जबकि 14 नुकसान में रहे। एनएसई का सूचकांक निफ्टी भी 1.25 अंक यानी 0.01 प्रतिशत की नाममात्र की बढ़त के साथ 24,836.10 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 164.9 अंक यानी 0.66 प्रतिशत की बढ़त के साथ अपने उच्चतम स्तर 24,999.75 अंक तक चला गया था।
रिकॉर्ड ऊंचाई छूकर फिसला शेयर बाजार….
सेंसेक्स के शेयरों में लार्सन एंड टुब्रो सबसे ज्यादा 2.77 प्रतिशत मजबूत हुआ। कंपनी के 2,500 करोड़ रुपये से 5,000 करोड़ रुपये तक के नये बड़े ऑर्डर हासिल करने की घोषणा ने इसके शेयरों को मजबूती देने का काम किया। अल्ट्राटेक सीमेंट 1.42 प्रतिशत मजबूत हुआ।कंपनी इंडिया सीमेंट में 32.72 प्रतिशत हिस्सेदारी लेने की घोषणा के बाद अल्ट्राटेक का शेयर चढ़ा। इसके अलावा, बजाज फिनसर्व, महिंद्रा एंड महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट, भारतीय स्टेट बैंक, इंडसइंड बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और सन फार्मा प्रमुख रूप से लाभ में रहे। दूसरी तरफ, टाइटन सर्वाधिक 2.38 प्रतिशत नुकसान में रही। इसके अलावा भारती एयरटेल, आईटीसी, कोटक महिंद्रा बैंक, टेक महिंद्रा और एचडीएफसी बैंक में भी प्रमुख रूप से गिरावट रही। छोटी कंपनियों के शेयरों का प्रतिनिधित्व करने वाला बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 1.17 प्रतिशत तथा मझोली कंपनियों से संबद्ध मिडकैप सूचकांक 0.80 प्रतिशत लाभ में रहे। कारोबार के दौरान बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक अबतक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘अमेरिका में व्यक्तिगत खपत व्यय के कम होकर 2.5 प्रतिशत रहने तथा 10 साल के बॉन्ड पर प्रतिफल घटने से यह उम्मीद बंधी है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक सितंबर महीने में नीतिगत दर में कटौती कर सकता है। इससे वैश्विक स्तर पर तेजी आई।’’ एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त में रहे। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड का भाव 0.31 प्रतिशत की गिरावट के साथ 80.88 डॉलर प्रति बैरल रहा।
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