

मुंबई : अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 75 पैसे के जोरदार उछाल के साथ 88.06 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। भारतीय रिजर्व बैंक के हस्तक्षेप और घरेलू बाजारों में तेजी के कारण लगभग चार महीनों में एक दिन के कारोबार में आई यह सर्वाधिक तेजी है। भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता को लेकर आशावाद के कारण घरेलू बाजारों में लगभग 0.70 प्रतिशत की तेजी आई, जिसका असर अमेरिकी डॉलर-रुपये की विनिमय दर पर दिखाई दिया। इसके अलावा, कमजोर डॉलर और कच्चे तेल की कीमतों में रातोंरात गिरावट ने भी रुपये को समर्थन दिया।
क्या रही स्थिति : अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में, रुपया डॉलर के मुकाबले 88.74 पर खुला और कारोबार के दौरान 88 के स्तर से नीचे चला गया और बाद में 87.93 प्रति डॉलर के उच्च स्तर को छू गया। घरेलू मुद्रा अंततः डॉलर के मुकाबले 88.06 पर बंद हुई, जो पिछले बंद भाव से 75 पैसे की बढ़त है।मंगलवार को रुपया 13 पैसे की गिरावट के साथ डॉलर के मुकाबले 88.81 के सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ था।
क्या है संभावना : मिराए एसेट शेयरखान के मुद्रा एवं जिंस के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, अमेरिकी डॉलर में समग्र कमजोरी और घरेलू बाजारों में अंतर्निहित मजबूती के कारण रुपया सकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा। वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में व्यापक कमजोरी और नए विदेशी निवेश से भी रुपये को समर्थन मिल सकता है। डॉलर-रुपये का हाजिर भाव 87.70 से 88.40 के बीच रहने की उम्मीद है।
डॉलर इंडेक्स : इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर इंडेक्स 0.22 प्रतिशत की गिरावट के साथ 98.82 पर कारोबार कर रहा था। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 0.19 प्रतिशत की गिरावट के साथ 62.27 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।