
नई दिल्ली : लगातार सुस्त चल रही अर्थव्यवस्था के लिए आज राहत की खबर है। पिछले छह तिमाहियों में लगातार गिरावट के बाद 31 दिसंबर, 2019 को समाप्त तिमाही में जीडीपी 4.7 फीसद की दर से बढ़ा है।
आज जारी किए गए राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के आंकड़ों के मुताबिक इससे पहले, दूसरी तिमाही में जीडीपी विकास दर महज 4.5% रही थी, जो साढ़े छह सालों का निचला स्तर था। अनुमान है कि मार्च में समाप्त होने वाले चालू वित्त वर्ष में आर्थिक विकास 5 फीसद रहेगा, जो 11 वर्षों में सबसे कम है, जबकि सरकार का लक्ष्य 2020-21 के लिए 6% की वृद्धि का है।
वहीं चीन में आए कोरोना आपदा के कारण वैश्विक विकास दर में गिरावट का डर व्याप्त है, कोरोना वायरस का असर घरेलू बाजार और वैश्विक बाजार में सामान रूप से देखा गया, शेयर बाजार बड़ी गिरावट के साथ बंद हुआ। सेंसेक्स में अब तक की दूसरी ऐतिहासिक गिरावट दर्ज की गई है।
कोयला, रिफाइनरी उत्पादों और इलेक्ट्रिसिटी के उत्पादन में वृद्धि से देश की बुनियादी उद्योगों की विकास दर जनवरी में 2.2% रही, अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है।