
कोलकाताः स्टॉक मार्केट एक पुरुष-प्रधान क्षेत्र है जहां महिलाओं द्वारा प्रतिनिधित्व की कमी एक चुभने वाली बात है। महामारी के समय में महिला निवेशकों में बढ़त अद्भुत रही है। वे धीरे-धीरे फाइनेंशियल इंडिपेंडेंस की ओर बढ़ रहीं हैं और ऐसे क्षेत्र जो बहुत अधिकता से पुरुषों द्वारा डोमिनेट किये जाते हैं वहां समान प्रतिनिधित्व को बढ़ावा दे रहीं हैं। इलर्नमार्केट्स इंडिया का नंबर वन ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म है जो जनता को फाइनेंसियल एजुकेशन देने पर विशेष रूप से केंद्रित है, और साथ ही इसमें कोविड महामारी के दौरान यूजर बेस में तेजी से वृद्धि देखी गई है। कंपनी ने ओवरऑल यूजर बेस में 3X की वृद्धि देखी है, जिसमें से 25-30% महिलाओं की भागीदारी हैं।
इस बारे में बात करते हुए, इलर्नमार्केट्स के सह-संस्थापक, विनीत पटवारी ने कहा “एक ऐसे युग में, जो हर इंडस्ट्री में सभी जेंडर के समान प्रतिनिधित्व को बढ़ावा दे रहा है, वहीं भारतीय स्टॉक मार्केट्स में पुरुषों और महिलाओं की भागीदारी के बीच काफी अंतर है। महिलाओं की भागीदारी में कमी मुख्य रूप से वित्तीय ज्ञान की कमी, घर की जिम्मेदारी या वित्तीय संसाधनों के संपर्क में कमी के कारण थी।
हालांकि, कोविड महामारी के दौरान, महिलाओं की भागीदारी में भारी बढ़त हुई है। इसके पीछे मुझे जो कारण लगता है वह यह है कि महिलाएं अब वित्तीय रूप से समान रूप से जिम्मेदार होना चाहती हैं, उन्हें इस दौरान सीखने, अप-स्किल होने और फिर अपनी निवेश या ट्रेडिंग यात्रा शुरू करने के लिए अधिक समय मिला। दूसरी वजह यह भी हो सकती है कि अच्छा काम करने वाले परिवारों की गृहणियों को अब अपने लिए करियर तलाशने का पर्याप्त समय मिल गया है। ”