नई दिल्ली : डीएसपी इनवेस्टमेंट मैनेजर्स के अध्यक्ष कल्पेन पारेख ने कहा कि डीएसपी म्यूचुअल फंड द्वारा 1 अप्रैल, 2020 से डीएसपी स्मॉल कैप फंड (स्कीम) की इकाइयों में एकमुश्त निवेश के अस्थायी निलंबन को हटा दिया जाएगा और इसके बाद से इस योजना की इकाइयों में सभी प्रकार के व्यवस्थित निवेशों सहित हर तरह के एकमुश्त निवेश / सब्सक्रिप्शन को स्वीकार किया जाएगा।
सबसे पहले अक्टूबर 2014 में डीएसपी ने इस योजना के तहत निवेश की राशि को प्रति निवेशक 2 लाख रुपये तक सीमित कर दिया था, क्योंकि इस योजना में और बड़े पैमाने पर निवेश मौजूदा निवेशकों के हितों के लिए हानिकारक साबित हो सकती थी। इसके बाद, अगस्त 2016 में डीएसपी ने इस योजना में निवेश की राशि को प्रति निवेशक 1 लाख रुपये तक सीमित कर दिया। फरवरी 2017 से इस योजना में नए निवेश का प्रवाह पूरी तरह से रुक गया। डीएसपी ने 3 सितंबर, 2018 में इस योजना को केवल एसआईपी / एसटीपी के जरिए सब्सक्रिप्शन के लिए खोल दिया।
पारेख ने कहा कि स्मॉल कैप में बड़े पैमाने पर उतार-चढ़ाव की संभावना होती है। पिछले 13 सालों से स्मॉल कैप इंडेक्स ने कोई रिटर्न नहीं प्रदान किया है, लेकिन इस दौरान बीच-बीच में अच्छे छोटे कारोबार ने बेहतर परिणाम दिए हैं। लिहाजा, समय बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है। जब हमें लगेगा कि इस श्रेणी में ब्याज कम है, तो हम किफायती मूल्य-निर्धारण को दर्शाते हुए धनराशि प्राप्त करना चाहेंगे लेकिन व्यवसाय की गुणवत्ता पर पहले की तरह ही विशेष ध्यान दिया जाएगा।
डीएसपी इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स के प्रमुख- इक्विटीज, विनित साम्बरे ने कहा कि पिछले दो सालों के दौरान, एसएंडपी बीएसई स्मॉल कैप टीआरआई में संचयी रूप से 56% तक की गिरावट आई है। फिलहाल हमारे पास बेहद आकर्षक कीमतों पर शानदार व्यवसायों में निवेश करने की क्षमता है, और इस तरह वर्तमान मूल्य-निर्धारण को देखते हुए जोखिम / पारितोषिक का प्रस्ताव बेहद अनुकूल हो जाता है। शेयरों का चयन करने की हमारी प्रक्रिया और हमारे सिद्धांत में कोई बदलाव नहीं आया है, साथ ही हम बेहतर कंपनियों के पोर्टफोलियो के निर्माण के प्रति आश्वस्त हैं।