Rare Earth Metals export पर पाबंदियों का चीन ने बचाव किया

तत्काल प्रभावी हुईं इन पाबंदियों के दायरे में उत्पादन प्रौद्योगिकियों का विदेशी हस्तांतरण भी आता है।
जी-जिनपिंग-डोनाल्ड ट्रंप
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बीजिंग : चीन ने Rare Earth Metals और ऐसी अन्य वस्तुओं के निर्यात पर अंकुश से जुड़े फैसले का बचाव करते हुए इसे वैश्विक शांति की रक्षा के लिए एक वैध कदम बताया तथा अमेरिका को चेतावनी दी कि अगर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चीनी निर्यात पर 100 प्रतिशत शुल्क लगाने की अपनी धमकी पर कायम रहते हैं, तो वह “ठोस कदम” उठाएगा। चीन वैश्विक Rare Earth Metals का लगभग 70 प्रतिशत तथा उनके प्रसंस्करण का लगभग 90 प्रतिशत हिस्सेदारी रखता है। चीन इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल, पवन ऊर्जा तथा रक्षा उपकरणों के विनिर्माण के लिए महत्वपूर्ण खनिजों का विश्व का प्रमुख आपूर्तिकर्ता है। अमेरिका, यूरोपीय संघ और भारत चीन के Rare Earth Metals के शीर्ष आयातक हैं।

क्या है मामला : चीन ने बृहस्पतिवार को दुर्लभ खनिज, लिथियम बैटरी और दुर्लभ खनिज-आधारित सामग्री के खनन व प्रसंस्करण से संबंधित तकनीकों और उपकरणों के निर्यात पर नयी पाबंदियों की घोषणा की थी। तत्काल प्रभावी हुईं इन पाबंदियों के दायरे में उत्पादन प्रौद्योगिकियों का विदेशी हस्तांतरण भी आता है। बीजिंग ने कहा कि यह निर्णय इस चिंता को ध्यान में रखते हुए लिया गया है कि कुछ विदेशी कंपनियां सैन्य उद्देश्यों के लिए चीन से प्राप्त सामग्रियों का उपयोग कर रही हैं। चीन के इस कदम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने एक नवंबर से चीनी वस्तुओं पर 100 प्रतिशत शुल्क लगाने की धमकी दी है, जिसके बाद दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच व्यापार युद्ध फिर से शुरू हो गया। ट्रंप की धमकी से जुड़े एक प्रश्न का उत्तर देते हुए चीनी वाणिज्य मंत्रालय ने अमेरिका पर राष्ट्रीय सुरक्षा की अवधारणा को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने का आरोप लगाया।

सही तरीका नहीं : बयान में कहा गया, उच्च शुल्क लगाने की धमकी देना चीन के साथ तालमेल बिठाने का सही तरीका नहीं है। व्यापार युद्ध पर चीन का रुख पहले जैसा है: हम व्यापार युद्ध नहीं चाहते, लेकिन हम इससे डरते भी नहीं। इसने अमेरिका से आग्रह किया कि वह “अपनी गलत प्रथाओं को तुरंत सुधारे”, दोनों राष्ट्राध्यक्षों के बीच फोन कॉल के दौरान बनी “महत्वपूर्ण सहमति का पालन करे”, “परामर्श के कठिन परिणामों की रक्षा करे”, तथा वार्ता और “पारस्परिक सम्मान एवं समान परामर्श” के माध्यम से व्यापार मतभेदों को हल करे।अगर अमेरिका गलत रास्ते पर जाने पर अड़ा रहता है, तो चीन निश्चित रूप से अपने वैध अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाएगा।एक जिम्मेदार प्रमुख देश के रूप में, चीन विश्व शांति और क्षेत्रीय स्थिरता की बेहतर रक्षा करने तथा परमाणु अप्रसार और अन्य अंतरराष्ट्रीय दायित्वों को पूरा करने के लिए कानून के अनुसार संबंधित वस्तुओं पर निर्यात नियंत्रण लागू करता है।चीन के निर्यात नियंत्रण “निर्यात प्रतिबंध नहीं हैं” और योग्य आवेदनों के लिए लाइसेंस जारी किए जाएंगे, जिनमें आपदा राहत और चिकित्सा सहायता जैसे मानवीय उद्देश्यों के लिए निर्यात भी शामिल हैं।

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