कोलकाताः वेस्ट बंगाल इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कार्पोरेशन (डब्ल्यूबीआईडीसी) को आदर्श रूप से सभी क्षेत्रों और उद्योग की सभी श्रेणियों के लिए एक वन स्टॉप शॉप माना जाता है। यह एक सुविधा केंद्र के रूप में कार्य कर सकता है और निवेशक किसी भी क्षेत्र निर्माण, सेवा को लेकर आसानी से सिंगल विंडो सिस्टम से योजना के लिए आगे आ सकते हैं। राजीव सिन्हा, जो कि किसी समय उद्योग विभाग और एमएसएमई के सचिव भी थे, अब चेयरमैन के रूप में इसे संभाल रहे हैं। 1967 में स्थापित की गई एजेंसी भावी निवेशक को भूमि, बिजली और लाइसेंस प्राप्त करने में सहायता प्रदान करती है। राजीव सिन्हा का कहना है कि सिंगल विंडो सिस्टम क्लियरेंस सुनिश्चित करेगा कि निवेशकों को विभिन्न विभागों और सरकारी कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ें।
समयबद्ध सेवाओं पर जोर
सिन्हा ने कहा कि पहले से बने ऑनलाइन और समयबद्ध सेवाओं के तंत्र को मजबूत करने की जरूरत है। कोरोना महामारी के समय बंगाल में निवेशकों के लिए माइंड डेस्टिनेशन के शीर्ष पर लाना बड़ी चुनौती है। राज्य सरकार देशी उद्यमियों पर ध्यान केंद्रित करेगी। सिन्हा का मानना है कि राज्य में प्रमुख अवसर मौजूद हैं, खासकर एमएसएमई, आईटी और कृषि-व्यवसाय के क्षेत्रों में। डब्ल्यूबीआईडीसी के साथ मिलकर इन क्षेत्रों में विकास के लिए सुगम भूमिका निभाना संभव है। ” उनका मानना है कि जब तक हम उन समस्याओं का ध्यान नहीं रखते हैं, जो कि मौजूदा या संभावित उद्योगों को सामना करना पड़ रहा है, बाहर से निवेश प्राप्त करना एक चुनौती बना रहेगा। इसके अलावा, इस कोविड ने नई चुनौतियों का सामना किया है।
सिन्हा ने कहा कि जब उद्योग जगत यह मानने लगे कि सरकार उनकी मदद करने और उसे समझने और उसे पहचानने के लिए उनके पास है, तो रोड शो या निवेश-प्रदर्शन गतिविधियों की तुलना में यह अधिक बेहतर कदम होगा। निजी-सरकारी साझेदारी में और अधिक बुनियादी ढाँचा विकसित करने पर उन्होंने जोर दिया।
जिलों में इंडस्ट्रियल पार्क की अपार संभावनाएं
चेयरमैन का मानना है कि पड़ोसी जिलों में औद्योगिक पार्क आ सकते हैं। आसनसोल-दुर्गापुर, हावड़ा-खड़गपुर बेल्ट और कोलकाता से 40-50 किमी के भीतर के क्षेत्र में ऐसे पार्क बनाना काफी कारगर होगा। सिलीगुड़ी और उत्तर बंगाल में भी काफी संभावनाएं मौजूद हैं।
एग्री उद्योगों पर अधिक ध्यान केंद्रित करने की जरूरत
अन्य जिलों में एग्री उद्योग केंद्रित पार्कों पर विचार किया जाएगा। सिन्हा ने कहा कि इससे बैंक ऋण देने या निजी इक्विटी से धन जुटाने में भी आसानी होगी।
सिंगल विंडो सिस्टम पर हाल ही में एमसीसीआई ने की थी मुलाकात
मर्चेंट चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एमसीसीआई) के अध्यक्ष विवेक गुप्त के नेतृत्व में हाल ही में सिंगल विंडो सिस्टम क्लियरेंस को लेकर एक प्रतिनिधिदल ने डब्ल्यूबीआईडीसी के चेयरमैन राजीव सिन्हा से मुलाकात भी की थी। साथ ही इस मुद्दे पर चेंबर की ओर से उद्योगपतियों को आ रही चुनौतियों को अवगत करवाया गया था।