नई दिल्ली: ओयो ने आज घोषणा किया है कि कोविड 19 के संदिग्ध या मरीज़ों के लिए क्वारंटाईन/ सेल्फ-आईसोलेशन सुविधाओं के लिए अकाॅमोडेशन में सहयोग प्रदान करने के लिए अपोलो हाॅस्पिटलस के साथ कंपनी काम कर रही है। प्रोजेक्ट स्टे (स्टे आइसोलेटेड) के तहत यह साझेदारी की गई है, जिसमें अपोलो हाॅस्पिटल्स होटलों में आइसोलेशन रूम बनाने के लिए चुनिंदा होटल ब्रांड्स के साथ साझेदारी कर रहा है, जिसके तहत क्वारंटाईन के लिए लाईट मेडिकल सुपरविजन सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी, साथ ही ये सुविधाएं अस्पताल आने वाले लोगों के लिए बैरियर की भूमिका भी निभाएंगी। देश के शहरों में मुख्य अस्पतालों से दूर आइसोलेशन एवं क्वारंटाईन सुविधाएं बनना तथा अस्पतालों पर बोझ कम कर मरीज़ों को एक्यूट देखभाल प्रदान करना इसका मुख्य उद्देश्य है।
इस साझेदारी के तहत ओयो 6 शहरों मुंबई, दिल्ली, हैदराबाद, चेन्नई, बैंगलुरू और कोलकाता में अपोलो हाॅस्पिटल्स के नज़दीक अपने होटलों में सेनिटाइज़्ड बैड और सुविधाएं मुहैया कराएगी, जो कोविड 19 के मरीज़ो/ संदिग्धों के लिए क्वारंटाईन एवं आइसोलेशन में काम आएंगे। हैदराबाद, बैंगलुरू से शुरूआत करने के बाद ओयो अपोलो हाॅस्पिटल्स के साथ साझेदारी में दिल्ली में इन सेवाओं की शुरूआत करेगी।बड़ी संख्या में निजी अस्पताल और संस्थान कोरोनावायरस से लड़ाई में आगे आ रहे हैं, अपोलो हाॅस्पिटल्स और ओयो एक साथ मिलकर सुरक्षित एवं हाइजीनिक क्वारंटाईन सुविधाओं का निर्माण करेंगे। इस आपदा के समय में ये सुविधाएं अस्पतालों, स्वास्थ्य मंत्रालय एवं चिकित्सा समुदाय के लिए कारगर साबित होंगी। इन सुविधाओं का कीमत निर्धारण अपोलो हाॅस्पिटल्स की सलाह से पे-पर-यूज़ आधार पर किया गया है, जो किफ़ायती दरों पर सुलभ चिकित्सकीय देखभाल मुहैया कराएंगी। एसबीआई और एचयूएल पहली श्रेणी के कमरों के लिए 50 फीसदी स्टे में सीएसआर सहयोग दे रहे हैं, यानि ओयो सुविधाओं में वे मरीज इस सहयोग से लाभ उठा सकते हैं जो इन सेवाओं का खर्च उठाने में सक्षम नहीं हैं। इसमें लाॅजिंग चिकित्सा देखभाल और वाय-फाय की सुविधा शामिल हैं। ये कमरे अपोलो हाॅस्पिटल्स के जरिए बुक किए जाएंगे और ओयो ऐप पर बुकिंग के लिए उपलब्ध नहीं होगे, ताकि प्री-बुकिंग मेडिकल कन्सलटेशन को सुनिश्चित किया जा सके।
इस अवसर पर रितेश अग्रवाल, संस्थापक एवं ग्रुप सीईओ ने कहा कि हम इस समस्या के समाधान के लिए और कोविड- 19 से लड़ने के लिए राज्य सरकारों एवं निजी संस्थानों के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं। अपोलो हाॅस्पिटल्स के साथ हमारी साझेदारी सुनिश्चित करेगी कि हम अपनी क्षमता का सही उपयोग करें तथा चिकित्सा पेशेवरों के मार्गदर्शन एवं निगरानी में ज़रूरतमंदों को उच्च सैनिटाइज़्ड पे-पर-यूज़ क्वारंटाईन सुविधाएं उपलब्ध कराएं। अपोलो ने कहा कि यह एक अप्रत्याशित स्थिति है, जिसमें हम सभी को नए तरीकों से काम करना होगा। कंपनी संक्रमण की संभावना को कम करने तथा अधिकतम सोशल डिस्टेंसिंग एवं हाइजीन को सुनिश्चित करने के लिए दो-आयामी रणनीति पर ध्यान दे रही है। सुरक्षित पे-पर-यूज़ क्वारंटाईन सुविधाओं के निर्माण के लिए अस्पतालों की साझेदारी के लिए विशेष होटलों की पहचान की जा रही है। इसके अलावा कुछ अन्य होटलों का उपयोग स्थानीय एवं विदेशी यात्रियों को सुरक्षित आश्रय उपलब्ध कराने के लिए किया जाएगा, जो लाॅकडाउन के चलते शहरों में अटक गए हैं।
इस बारे में डाॅ संगीता रेड्डी जाॅइन्ट मैनेजिंग डायरेक्टर, अपोलो हाॅस्पिटल्स ग्रुप ने कहा कि भारत में कई परिवारों में 4-5 सदस्य हैं, इनमें से ज़्यादातर एक ही सुविधा ओर शौचालय का इस्तेमाल करते हैं, जिससे कोविड-19 की आशंका होने पर एक परिवार में आइसोलेशन का प्रयोजन हल नहीं हो पाता। प्रोजेक्ट स्टे से न केवल स्वास्थ्य सुविधाओं पर आइसोलेशन, क्वारंटाईन सुविधाएं उपलब्ध कराने का दबाव कम होगा, बल्कि इन परिवारों को भी उचित समाधान मिलेगा। यह माॅडल स्व-भुगतान एवं सीएसआर के संयोजन पर आधारित है। विभिन्न ब्राण्ड्स के साथ साझेदारी सुनिश्चित करेगी कि समाज के सभी सामाजिक-आर्थिक वर्गों को इन सेवाओं का लाभ उठाने के लिए एक समान अवसर मिलें। इस पैमाने की परियोजना के लिए आपूर्ति श्रृंखला में एक जैसी सोच वाले विभिन्न साझेदारों को एकजुट होना होगा। एसबीआई एवं एचयूएल के सहयोग से ओयो सुविधाओं में पहली श्रेणी के 50 फीसदी कमरों को निःशुल्क उन लोगों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा जो इन सेवाओं का खर्च उठाने में सक्षम नहीं हैं।
ओयो ने इस प्रोजेक्ट के लिए तैयारियां शुरू कर दी है, यह राज्य सरकारों एवं अधिकारियों के साथ संपर्क कर पे-पर-यूज़ के आधार पर क्वारंटाईन सुविधाएं उपलब्ध कराने के प्रयासों को जारी रखे हुए हैं। कंपनी ने कॉरपोरेट्स से भी संपर्क किया है तथा ओयो होटल्स एवं ओयो लाईफ पेशकश के संयोजन के ज़रिए अस्पताल स्टाफ सी एवं एयर क्रू के सदस्यों को सहयोग प्रदान कर रही है जो कोरोनोवायरस के खिलाफ़ भारत की लड़ाई में सबसे आगे मोर्चे पर डटे हैं। रितेश अग्रवाल, संस्थापक एवं ग्रुप सीईओ ओयो ने कहा कि कोरोनोवायरस के खिलाफ़ इस लड़ाई को जारी रखने के लिए ओयो शहरों के स्थानीय लोगों, विदेशियों अपने शहरों से बाहर फंसे लोगों पेइंग गेस्ट्स, एमएनसी कर्मचारियों और हर ज़रूरतमंद को सहयोग प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। 21 दिन का लाॅकडाउन सरकार का सही फैसला है जो हर किसी के हित में है।
हाल ही में युनाईटेड स्टेट्स में ओयो ने मेडिकल फर्स्ट रिस्पाॅन्डर्स को निःशुल्क स्टे सुविधाएं उपलब्ध कराई जो अमेरिका को कोविड-19 से लड़ने में मदद कर रहे हैं। इवांका ट्रम्प एवं यूएस के वाईस प्रेज़ीडेन्ट माईक पेंस ने भी जागरुकता उत्पन्न करने के लिए ट्वीट किया। रितेश ने कहाकि मेडिकल फर्स्ट रिस्पाॅन्डर्स हमारे लिए अथक प्रयास कर रहे हैं। इस मुश्किल समय में ओयो अपने होटल साझेदारों एवं ओयो प्रेन्योर्स के सहयोग से इस प्रयास में अपना योगदान देना चाहती है।