नई दिल्ली : निफ्टी और सेंसेक्स दोनों में ही आज लय की कमी दिखने को मिली, वहीं अन्य एशियाई बाजार सप्ताह के अंतिम ट्रेडिंग दिन पर हल्की बढ़त के साथ बंद हुए, जबकि भारतीय बाजारों ने विपरीत ट्रेंड की ओर संकेत किया। लगातार चौथे दिन बढ़त हासिल करते हुए निफ्टी50 0.22 फीसदी ऊपर बंद हुआ। वहीं दूसरी तरफ सेंसेक्स 0.44 फीसदी गिरावट के साथ बंद हुआ।
आरबीआई की मॉनिट्री पॉलिसी से बैंकों को फायदा
एंजेल ब्रोकिंग लि के हेड एडवाइजरी, अमरदेव सिंह ने कहा कि 3 महीने के रियायती पीरियड के साथ आरबीआई की मॉनिट्री पॉलिसी ने राहत देते हुए बियरिश दिख रहे मार्केट को एक सपोर्ट दिया है। निफ्टी बैंक 20,000 के करीब पहुंचते हुए 19,969 पॉइंट पर बंद हुआ। इसमें बंधन बैंक 15.75 फीसदी की बढ़त के साथ आज सबसे बड़ा परफॉर्मर रहा। फेडरल बैंक 6.34 फीसदी, एक्सिस बैंक 5.37 फीसदी और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक 2.99 फीसदी बढ़त के साथ बंद हुए। कल 46 फीसदी बढ़ने के बाद आज इंडइंस बैंक में 5.69 फीसदी का करेक्शन देखने को मिला। आरबीएल बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा भी करीब 3 फीसदी नीचे बंद हुए।
टॉप परफॉर्मर
बीएसई के बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स में 13 स्टॉक में बढ़त और 17 में गिरावट देखने को मिली। एक्सिस बैंक, आईटीसी, एनटीपीसी और महिंद्र एंड महिंद्रा बेस्ट परफॉर्मर रहे। बीएससी में एक्सिस बैंक 4.98 फीसदी, आईटीसी 3.63 फीसदी और एनटीपीसी 3.17 फीसदी बढ़त के साथ बंद हुआ। पावर सेगमेंट ने भी निवेशकों का भरोसा हासिल करते हुए एनटीपीसी ने 3.17 फीसदी और पावर ग्रिड ने 0.88 फीसदी बढ़त हासिल की। वहीं एनएसई में कोल इंडिया भी 6.86 फीसदी बढ़त के साथ बंद हुआ।
टॉप लूजर्स
आज ऑटोमोबाइल सेक्टर में भारी बिकवली देखने को मिली। बीएसई में हीरोमोटो कॉर्प में 8.04 फीसदी की गिरावट हुई, जबकि मारुति सुजुकी और बजाज ऑटो में भी काफी दबाव देखने को मिला। आईटी स्टॉक्स जैसे एचसीएल टेक और टेक महिंद्रा भी क्रमश: 4.37 फीसदी और 2.36 फीसदी गिरे। निफ्टी में बजाज फाइनेंस में 9 फीसदी गिरावट देखने को मिली। हीरोमोटोकॉर्प 7.81 फीसदी और बजाज फिनसर्व 4.99 फीसदी नीचे बंद हुआ।
सुधार की उम्मीदें धुंधली
कोरोना वायरस के कारण मार्केट में अब भी तनाव है और सेंट्रल बैंक द्वारा किए गए प्रयासों का असर दिखने में वक्त लगेगा। आगे हायर लेवल से बिकवली का दबाव देखने को मिल सकता है। इस समय सबसे अच्छा यही होगा कि कंज्यूमर और फार्मास्युटिकल स्टॉक्स पर ही ध्यान दिया जाए।