नई दिल्ली : दिल्ली की नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में क्वॉलकॉम इनकॉर्पोरेटेड ने भारत सरकार के उद्योग और आंतरिक संवर्धन विभाग के आईपीआर प्रमोशन और मैनेजमेंट सेल के सहयोग से एल2 प्रो इंडिया आइपी ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म के लॉन्च की। इसे सेंटर फॉर इनोनवेशन और इंटेलेक्चुएअल प्रॉपर्टी एंड कॉम्पिटिशन ने साझेदारी में लॉन्च किया।
स्टार्टअप्स, सूक्ष्म लघु और मध्यम उपक्रमों और यूनिवर्सिटी के छात्रों को अपने बनाए नए प्रॉडक्ट्स मार्केट में लाने में मदद देने के लिए एल2 प्रो प्लेटफॉर्म डिजाइन किया गया है। इससे उन्हें बौद्धिक संपदा के क्षेत्र को गहराई से समझने में मदद मिलेगी। इससे उन्हें पता चलेगा किस तरह उन्हें अपने नए प्रॉडक्ट का पेटेंट कराकर उसकी सुरक्षा करनी है। इस प्लेटफॉर्म पर सॉफ्टवेयर को बचाने के लिए कॉपीराइट के प्रयोग, ट्रेडमार्क विकसित करने और कंपनी के बिजनेस मॉडल में आईपी को शामिल करने की भी उन्हें जानकारी मिलेगी। प्लेटफॉर्म पर यह भी बताया गया कि किस तरह रिसर्च और अनुसंधान विभाग के प्रयासों से ज्यादा से ज्यादा लाभ प्राप्त किया जा सकता है।
इस मौके पर केंद्रीय रेल और वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उपक्रम क्षेत्र हमारे देश के विकास का मूल आधार है। भारत सरकार इस क्षेत्र के विकास के लिए अनुकूल माहौल बनाने पर प्रतिबद्ध है। हम एल2 प्रो इंडिया आइपी ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म की सफलता की कामना करते हैं। यह क्षेत्र लगातार भारत को ऊंचाइयों पर ले जाने के प्रयास कर रहा है। इसके लिए एमएसएमई को समर्थन देने के लिए हम क्वॉलकॉम और नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी दिल्ली की सराहना करते हैं।
क्वॉलकॉम टेक्नोलॉजी लाइसेंसिंग में प्रेसिडेंट और एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट एलेक्स रोजर्स ने कहा कि क्वालकॉम लोगों के एक दूसरे से जुड़ने, घुलने-मिलने, गणना, हिसाब करने और बातचीत के अंदाज को बदलने की तकनीक का आविष्कार करती है। इनोवेशन और एंटरप्रिन्योरशिप को बढ़ावा देने और तकनीकी इकोसिस्टम के विकास के लिए हमारा आईपी के महत्व में काफी विश्वास है। एमएसएमई और स्टार्टअप्स को अपने आविष्कारों की सुरक्षा के बारे में मार्गदर्शन देने वाला एल2 प्रो इंडिया आइपी ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म भविष्य को ध्यान में रखकर उठाया गया कदम है। इससे यह अपना पूरा ध्यान भारत के नागरिकों को बेहतर प्रॉडक्ट्स और सर्विसेज मुहैया कराने पर केंद्रित कर सकते हैं। हम इस कार्यक्रम को लागू करने में मदद के लिए भारत सरकार के उद्योग और आंतरिक संवर्धन विभाग और दिल्ली की नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के बेहद आभारी हैं। हमें इस प्लेटफॉर्म पर अविश्वसनीय रूप से बेहद प्रतिभाशाली आविष्कारकों से मिलने का इंतजार है।
हम भारत को डिजिटल रूप से मजबूत देश बनाने के उनके विजन को सपोर्ट करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। दिल्ली की नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के संस्थापक वाइस चांसलर प्रोफेसर (डॉक्टर) रणबीर सिंह ने कहा कि इस पहल का लक्ष्य संपूर्ण ज्ञान का प्रसार समाज में करने के हमारे मिशन से काफी तालमेल रखता है। इससे कानूनी और नैतिक मूल्यों को आगे ले जाने में मदद मिलेगी। भारत में आईपी संबंधी जागरूकता का और मजबूती से प्रसार करने में हमारी निगाह क्वॉलकॉम और भारत सरकार के साथ साझेदारी में काम करने पर है।
एल2 प्रो इंडिया आइपी (ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म में तीन अलग-अलग स्तरों, बेसिक, इंटरमीडिएट और एडवांस, के 11 मॉड्यूल है। हर मॉड्यूल में कॉन्सेप्ट को समझने के लिए ई-टेक्सट दिया गया है। शॉर्ट एनिमेटेड विडियो का कॉन्सेप्ट समझाया गया है। किसी विषय पर अतिरिक्त जानकारी एकत्र करने के लिए लिंक दिए गए हैं। सीखने वालों के ज्ञान और किसी विषय की समझ का मूल्यांकन करने के लिए क्विज और ग्रेडिंग की व्यवस्था भी की गई है। सीखने के इच्छुक लोग अपने डेस्कटॉप, मोबाइल ब्राउजर्स और मोबाइल ऐप्स से ई-लर्निंग के प्लेटफॉर्म को एक्सेस कर सकते हैं। ई-लर्निंग मॉड्यूल के सफलतापूर्वक पूरे होने पर उन्हें सीआईपीएएम, एनएलयूडी और क्वॉलकॉम की ओर से जॉइंट ई-सर्टिफिकेट दिए जाते हैं।
इससे पहले स्कूली छात्रों को आईपी के बेसिक्स की ट्रेनिंग देने के मकसद से एनिमेशन फिल्म बनाने के लिए क्वॉलकॉम ने डीपीआईआईटी से सहयोग किया था। 8 मार्च 2019 को इसे वाणिज्य और उद्योग मंत्री ने इसे लॉन्च किया गया था। इस एनिमेशन फिल्म का सीआईपीएएम विभिन्न प्रशिक्षण और संबंधित पक्षों तक पहुंच बनाने में व्यापक रूप से प्रयोग किया जा रहा है। क्वॉलकॉम ने इससे पहले क्वॉवलकॉम वायरलेस रीच पहल के माध्यम से इस प्रोग्राम को जर्मनी, इंग्लैंड, इटली और फ्रांस में लागू किया था। एल2 प्रो इंडिया आइपी ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म को इन देशों के सावर्जनिक शोध संस्थानों और संबंधित आईपी संगठनों से काफी लाभ पहुंचा है।