नई दिल्ली : धनतेरस पर देश भर में धातु खरीदने का विशेष महत्व रहा है, खासकर सोना और चांदी। माना जाता रहा है कि धनतेरस पर पीले रंग के धातु खरीदने से घर में समृद्धि आती है। धनतेरस पर गोल्ड खरीदना चाहते हैं तो इन बातों का खास तौर पर ध्यान रखें।
शुद्धता चेक करना न भूलें
सोने की शुद्धता कैरेट में मापी जाती है और आमतौर पर गोल्ड की ज्वैलरी 22 कैरेट में बनती है। वहीं सोने की बिस्कुट और कॉइन 24 कैरेट शुद्धता से बनती है। कीमती पत्थर से बने आभूषण आमतौर पर 18 कैरेट सोने के साथ बनाए जाते हैं। सोना खरीदते समय हॉलमार्क की जांच करें, इसपर बीआईएस का निशान होना चाहिए।
गहनों पर लगता है ये चार्ज
सोना खरीदते समय ध्यान दें कि यदि आपको ज्वेलरी बनवाना है तो मेकिंग चार्ज भी देना होगा और गोल्ड के मूल्य पर 3% जीएसटी और इसके मेकिंग चार्ज के तौर पर 5% जीएसटी देना होगा।
क्या हैं शर्तें
गोल्ड की खरीद किसी स्थानीय ज्वैलर, स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया, या गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी या ऑनलाइन खरीदते हैं तो इसके लिए विक्रेता के साथ बायबैक के विकल्पों की जांच करें। बैंक से खरीदे गए सोने के सिक्के आरबीआई के निर्देशों के अनुसार बैंक को वापस नहीं बेचे जा सकते हैं। यदि आप एक ज्वैलर को अपना सोना (किसी भी रूप में) बेच रहे हैं, तो आपको उसके लिए कम वैल्यूएशन मिलने की संभावना है, क्योंकि ज्वैलर मेकिंग चार्ज और एडमिनिस्ट्रेटिव चार्ज का पेमेंट नहीं करेगा।
सोने में निवेश
सोने को निवेश के लिहाज से फायदेमंद माना जाता है, बहुत से लोगों के लिए यह पसंदीदा निवेश है। इसमें निवेश के लिए आप सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम के तहत निवेश कर सकते हैं, जिसमें निवेशकों को प्रति यूनिट गोल्ड में निवेश का मौका मिलता है। साथ ही आप गोल्ड म्युच्युल फंड और डिजिटल गोल्ड में निवेश कर सकते हैं।