
नयी दिल्लीः नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने जेट एयरवेज संकट तथा घरेलू विमानन उद्योग में सुस्ती के मद्देनजर कहा है कि दक्ष परिचालन एवं वित्तीय प्रदर्शन विमानन कंपनियों का निजी दायित्व है और सरकार उनके दैनिक परिचालन में दखल नहीं दे सकती है। कड़ी प्रतिस्पर्धा, बढ़ती लागत, पायलटों की कमी और विमानों के खड़े किये जाने से घरेलू विमानन कंपनियों को हो रही दिक्कतों के बारे में प्रभु ने कहा कि सरकार उद्योग जगत की परिस्थितियों को देखते हुये लगातार कदम उठा रही है। विमानन ईंधन पर सीमा शुल्क 14 प्रतिशत से घटाकर 11 प्रतिशत करने समेत सरकार की तरफ से उठाये गये कदमों का उन्होंने जिक्र किया। जेट एयरवेज को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। कंपनी को विमानों को खड़ा करना पड़ा है जिससे कई उड़ानें रद्द हुई हैं। इसके अलावा पायलटों को वेतन का भुगतान करने में भी कंपनी को दिक्कतें आ रही हैं। प्रभु ने कहा कि सभी विमानन कंपनियां बाजार विश्लेषण और वित्तीय संसाधनों के आधार पर अपनी कारोबारी योजना तैयार करती हैं।