
नई दिल्ली : इस साल दूसरी बार अमेरिका के केंद्रीय बैंक ने इंटरेस्ट रेट में कमी की है। हालांकि, अमेरिका के राष्ट्रपति ने फेड रिजर्व के इस फैसले का विरोध किया है। ट्रंप ने कहा है कि केंद्रीय बैंक के चेयरमैन जेरोम पॉवेल के पास ना तो गट्स है, ना सेंस है और ना ही कोई विजन है।
आपको बता दें कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में 0.25 फीसद की कटौती की है। सेंट्रल बैंक ने अतिरिक्त रिजर्व पर बैंकों को भुगतान किये जाने वाले ब्याज के अंतर को भी बढ़ा दिया है। बाजार में नकदी की दिक्कत को खत्म करने के लिए फेड रिजर्व ने यह कदम उठाया है। हालांकि, फेड रिजर्व की पॉलिसी तय करने वाली समिति के 10 में से तीन सदस्यों ने ब्याज दर में कटौती का विरोध किया, लेकिन सात सदस्यों के इसके पक्ष में होने के कारण ब्याज दर में एक चौथाई अंक की कटौती का फैसला हो सका।
फेड रिजर्व ने बेंचमार्क लेंडिंग रेट को घटाकर 1.75% से 2.00% के दायरे में कर दिया है। ऐसा दुनिया भर में आई मंदी और कमजोर निवेश एवं निर्यात को देखते हुए यह फैसला किया है। इस बीच अमेरिका की अर्थव्यवस्था ‘मध्यम’ दर से आगे बढ़ रही है, लेकिन फेड ने अपने पॉलिसी स्टेटमेंट में कहा है कि उसने दुनिया के आर्थिक परिदृश्य को देखते हुए यह फैसला किया है।
अमेरिकी केंद्रीय बैंक के इस फैसले का असर बृहस्पतिवार को भारतीय शेयर बाजारों पर देखने को मिला। सुबह 11:10 बजे बीएसई सेंसेक्स 336.14 अंक लुढ़ककर 36,247.60 अंक पर आ गया। वहीं एनएसई निफ्टी पर 95.95 अंक की गिरावट के साथ 10,744.70 अंक पर कारोबार हो रहा है।