
नई दिल्ली : इन दिनों लुक्स को लेकर लोगो में काफी क्रेज है, यही वजह है कि लोग अपने लुक्स पर अपने आय का काफी हिस्सा खर्च करते हैं। ब्यूटी इंडस्ट्री के जानकर बताए हैं कि वास्तव में, ब्यूटी उत्पादों का व्यापार वार्षिक जीडीपी के साथ हर साल बढ़ रहा है और पूरी दुनिया में लोग दूसरी प्रमुख चीजों की तरह इस पर भी काफी पैसा खर्च कर रहे हैं।
अमेरिकी जैसे विकसित देश की बात करें तो यहां प्रति व्यक्ति ब्यूटी के ऊपर शिक्षा से अधिक खर्च करते हैं। भारतीय इसके भी अधिक कर रहे हैं। 2007 में की गई नील्सन के शोध के अनुसार, 84 प्रतिशत भारतीय अपनी पुरानी पीढ़ी की तुलना में अधिक आकर्षक दिखने का दबाव अधिक होता है। 30 प्रतिशत की पहचान सौंदर्य उत्पादों और दूसरे उपचारों पर अधिक से अधिक खर्च करने की पहचान हुई। 36 प्रतिशत हर महीने बालों की देखभाल 21 प्रतिशत हर महीने फेशियल उपचारों पर खर्च करते हैं। वर्तमान में औसतन भारतीय ब्यूटी उत्पादों पर हर साल 7,000 रुपये खर्च करते हैं। 1995 में लोग अपनी वार्षिक आय का केवल चार प्रतिशत ही इसके ऊपर खर्च करते थे, जो 2005 में बढ़कर दोगुना यानी आठ प्रतिशत हुई।
अनुमान है कि यह बढ़कर 11 प्रतिशत हो जाएगा, इसमें प्रति व्यक्ति औसतन वार्षिक रूप से 49,000 रुपये खर्च होगा, जो कि एक पल में बढ़कर सात गुना हो रहा है। उनका कहना है कि हम देख रहे हैं कि समय के साथ तकनीक बढ़ रही है और लोग मोबाइल और इंटरनेट का प्रयोग अधिक कर रहे हैं ग्लोबली अपने लुक्स को कंपेयर करते हैं और अपने पसंदीदा अभिनेता अभिनेत्री की तरह दिखना चाहते हैं।