बिहार: बिहार में कोसी, बागमती और गंडक नदियों में उफान से स्थिति गंभीर हो गई है। नेपाल से छोड़े गए बारिश के पानी के कारण कई तटबंध टूट गए हैं, जिससे 16 जिलों के 31 प्रखंडों में बाढ़ का संकट छा गया है। बाढ़ के कारण 4 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं, और महराजगंज जिले में कई गांव टापू बन गए हैं। नारायणी नदी की तीव्र धाराओं ने व्यापक तबाही मचाई है, और गांवों में पानी भरने से लोगों को सुरक्षित स्थानों की तलाश में नावों का सहारा लेना पड़ रहा है। स्थानीय प्रशासन ने राहत कार्यों की शुरूआत की है, लेकिन बाढ़ के पानी के लगातार बढ़ने से खाने-पीने और रहने की समस्याएं गंभीर हो गई हैं। डीएम और एसपी ने प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया और राहत सामग्री वितरित की। जलस्तर की स्थिति 21 सालों में सबसे भयावह है, और नेपाल में भारी वर्षा के कारण जलस्राव भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें प्रभावित क्षेत्रों में तैनात की गई हैं। प्रशासन ने बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए पूरी कोशिश की है, लेकिन स्थिति अभी भी चिंताजनक बनी हुई है।
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