
दुर्गापुर: “बाबू और बूनू को नए कपड़े पहनाकर अंतिम संस्कार करा देना, नये कपड़े अलमारी में रखे हैं और हमारा जो कुछ रखा है सब कुछ आग में जला दिया जाए। इस कमरे में हमारी कोई तस्वीर न हो।” मौत से पहले यह आखिरी फेसबुक पोस्ट था। और उसके कुछ ही देर बाद घर से दुर्गापुर के मिलनपल्ली निवासी अमित मंडल का फंदे से लटका शव बरामद किया गया। बगल में उसकी पत्नी का अधजला शव पड़ा था। चारपाई पर दो बच्चों के शव पड़े थे। सुबह यह खबर सुनकर दुर्गापुर के लोग सहम गए। घटना की सूचना मिलने पर वहां हाहाकार मच गया। हालांकि कई स्थानीय निवासियों का दावा है कि कारोबार में घाटे के कारण अमित के पूरे परिवार ने ऐसा कदम उठाया है। इस बीच, फेसबुक पर पोस्ट किया गया टेक्स्ट भी अमित ने अपनी मौत से पहले कई परिचितों को व्हाट्सएप पर भेजा था। तभी अमित ने परिवार और रिश्तेदारों के कई लोगों पर विस्फोटक आरोप लगाए। मामा सुधीर नायक के बेटे सुशांत नायक (नंटू) पर भी आरोप लगाया गया है। अमित का दावा है कि नंटू ने उससे लाखों रुपए हड़प कर, उसका कारोबार बंद कर, उसकी संपत्ति हड़प कर उसे बेसहारा बना दिया है। बहन वर्षा और भतीजी पति कृष्णा के खिलाफ भी उसने गुस्सा निकाला है। वे बैंगलोर में रहते हैं। पोस्ट की शुरुआत में अपनी मां के खिलाफ गुस्सा जाहिर करने के अलावा अमित के लेखन में इस बहन वर्षा का भी जिक्र है।