सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : राज्य में त्रिस्तरीय पंचायत प्रणाली के लिए चुनाव इस साल अगस्त तक होने की संभावना है। पहले भी कई कयास लगाये गये लेकिन वर्तमान में जो स्थिति दिखाई दे रही है उससे यह संभावना जतायी जा रही है कि चुनाव की तारीख जुलाई के अंत या अगस्त तक जा सकती है। अगर ऐसा होता है तो तय समय से करीब तीन महीने आगे बढ़ जाता है। पंचायत चुनाव कब होंगे, इस पर अभी तक अधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा गया है, जैसा कि नियम अनुसार चुनाव की तारीख को लेकर नोटिफिकेशन कम से कम 28 दिन पहले किया जाता है। अभी तक ऐसा कुछ हुआ नहीं है। इधर, राजनीतिक पार्टियां भी प्रचार की तैयारियों में जुटी हुई हैं। ऐसे में फिलहाल एक महीने में चुनाव की संभावना नजर नहीं आ रही है।
चुनाव आयोग की हैं तैयारियां
सूत्रों के मुताबिक चुनाव आयोग ने अपनी ओर से सारी तैयारियां लगभग कर ली हैं। डिलिमिटेशन, सीट आरक्षण, बैलेट प्रोक्युटमेंट से लेकर अन्य कई तैयारियां कर ली गयी हैं, हालांकि सरकार की तरफ से यह साफ कहा गया है कि चुनाव कब होगा यह पूरी तरह से चुनाव आयोग का मसला है।
11.5 % बढ़ी है मतदाताओं की संख्या
पश्चिम बंगाल चुनाव आयोग ने पंचायत चुनावों के लिए मतदाता सूची का मसौदा पहले ही जारी किया है। मसौदा सूची के अनुसार राज्य में आगामी ग्रामीण निकाय चुनावों में कुल 5,66,86,119 मतदाता वोट डालेंगे। यह आंकड़ा 2018 पंचायत चुनाव में 5,08,35,002 था। ऐसे में करीब 11.5% या 58,51,117 मतदाताओं की संख्या अधिक है। इस वर्ष राज्य में जिला परिषद, पंचायत समिति और ग्राम पंचायत की सीटों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है।
कब-कब दिखी थी चुनाव की संभावना
पंचायत चुनाव कब होंगे इसे लेकर कई बार चर्चाओं का बाजार गरम हुआ। यूं कहें कि कई बार तारीखों को लेकर अटकलें सामने आयीं। चर्चा पहले यह थी कि बोर्ड की परीक्षाओं के बाद ही चुनाव होने की संभावना है, मगर ऐसा हुआ नहीं। इसके बाद चर्चा यह भी हुआ कि अप्रैल तक चुनाव हो सकते हैं, मगर यह भी कयास गलत ही हुआ। अब जो वर्तमान में राजनीतिक परिप्रेक्ष्य दिख रहा है उससे एक बार फिर कयास तेज हैं कि जुलाई के अंत या अगस्त में चुनाव हो सकता है। इस बारे में अभी आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा गया है लेकिन ऐसी संभावना जतायी जा रही है कि कभी चुनाव हो सकते हैं।
एक नजर इस पर
* 2018 में 14 मई को एक फेज में ही चुनाव हुआ था
* 2023 में अधिक फेजों में चुनाव होने की संभावना है
सत्ता और विपक्षी पार्टियों में कांटेदार टक्कर
पंचायत चुनाव की तैयारियों में पार्टियों ने दम लगाना शुरू कर दिया है। सत्ता पार्टी हो या विपक्ष कोई भी चुनाव में कसर नहीं छाेड़ना चाहता है। राजनीतिक विशेषज्ञाें की माने तो चुनाव में कांटेदार टक्कर हो सकती है। पिछले इतिहास को देखते हुए भाजपा का कहना है कि बंगाल में सेंट्रल फोर्स के बिना चुनाव कराना संभव नहीं है। तृणमूल भी कह रही है कि हर हाल में शांतिपूर्ण मतदान होगा। इधर, सागरदिघी उपचुनाव में जीत के बाद कांग्रेस व माकपा भी पंचायत चुनाव को लेकर काफी आशा लगाये हुए हैं।
राज्य में पंचायत चुनाव क्या अगस्त में होंगे
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