
स्ट्रैंड रोड के ग्वालियर घाट से पकड़े गए अभियुक्त
एक जालसाज ने सेना की वर्दी पहन रखी थी
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगार युवाओं से ठगी करने वाले गिरोह का कोलकाता पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने मामले में फर्जी मेजर सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। घटना साउथ पोर्ट थानांतर्गत स्ट्रैंड रोड के निकट ग्वालियर घाट की है। मिलिट्री इंटेलिजेंस से मिली गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने छापामारी कर अभियुक्तों को पकड़ा है। डीसी पोर्ट जफर अजमल किदवई ने बताया कि अभियुक्तों के नाम मो. अकबर (45), अशोक नायक (50) और पंकज कुमार गुप्ता (32) हैं। इनमें से मो. अकबर नदियाल के अयूबनगर, अशोक बीएनआर रेलवे कॉलोनी एवं पंकज रवीन्द्रनगर इलाके का रहनेवाला है। उनके पास से एक कार भी जब्त की गयी है।
क्या है पूरा मामला
पुलिस के अनुसार मंगलवार की दोपहर ग्वालियर घाट के निकट बिहार के रहनेवाले 4 युवकों ने एक टैक्सी को रोका। उक्त टैक्सी में पंकज गुप्ता, मो. अकबर और ड्राइवर अशोक नायक सवार थे। पुलिस के अनुसार उक्त चारों युवकों को हावड़ा स्टेशन से पंकज गुप्ता सेना में नौकरी के लिए मेडिकल टेस्ट कराने के नाम पर ले आया था। टैक्सी में सवार मो. अकबर ने सेना के मेजर की वर्दी पहन रखी थी। वहीं अशोक नायक टैक्सी का ड्राइवर था। अभियुक्तों की हरकत देखकर नौकरी के लिए आए युवाओं को उन पर संदेह हुआ। इसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से युवाओं ने तीनों को पकड़ा। इस दौरान वहां मौजूद विद्यासागर सेतु ट्रैफिक गार्ड के सार्जेंट ने घटना की जानकारी साउथ पोर्ट थाने की पुलिस को दी। पुलिस ने अभियुक्तों के पास से सेना से जुड़े फर्जी दस्तावेज और उम्मीदवारों की तस्वीर लगे फॉर्म बरामद किए। पुलिस ने सभी अभियुक्तों के खिलाफ मामला दायर कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने प्राथमिक जांच में पाया कि अभियुक्त मो. अकबर नेचर पार्क के निकट स्कूल का पुल कार ड्राइवर है। अभियुक्त अशोक नायक पेशे से ड्राइवर है और जो कार घटनास्थल से जब्त की गयी, वह उसकी है। वहीं पंकज गुप्ता फिलहाल बेरोजगार है। फिलहाल पुलिस अभियुक्तों से पूछताछ कर पता लगा रही है कि इससे पहले उन्होंने किसी से ठगी की है या नहीं।