
तृणमूल ने झाड़ा पल्ला, मंत्री ने मांगी माफी
राज्य भर में भाजपा का प्रदर्शन
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर कारा राज्य मंत्री अखिल गिरी के बयान को लेकर बवाल मच गया है। एक तरफ भाजपा जहां मंत्री अखिल गिरी को बर्खास्त करने के साथ ही उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रही है तो वहीं दूसरी ओर, तृणमूल ने मंत्री के बयान से पल्ला झाड़ते हुए स्पष्ट कर दिया कि इस बयान से पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है। बवाल काफी बढ़ता हुआ देखने के बाद मंत्री अखिल गिरी ने अपने बयान के लिए माफी मांगी और कहा कि राष्ट्रपति का असम्मान करना उनका उद्देश्य नहीं था। वहीं प्रदेश भाजपा नेताओं ने इस बयान के विरोध में राज्य भर में प्रदर्शन किया।
राष्ट्रपति कैसी दिखती हैं – गिरी
मंत्री अखिल गिरी का 17 सेकेंड का एक वीडियो क्लिप वायरल हुआ है। नंदीग्राम में तृणमूल की सभा को संबोधित करते हुए अखिल गिरी कहते हैं, ‘हम किसी को उनकी शक्ल से नहीं आंकते, हम राष्ट्रपति के पद का सम्मान करते हैं। लेकिन हमारी राष्ट्रपति कैसी दिखती हैं ?’ टीएमसी नेता अखिल गिरी के इस बयान को लेकर उनकी खासी किरकिरी हुई।
भाजपा नेताओं ने यह की मांग
अखिल गिरी के बयान को लेकर भाजपा नेता सौमित्र खां ने राष्ट्रीय महिला आयोग में चिट्ठी देकर उनकी गिरफ्तारी की मांग की। वहीं पार्टी की ओर से राज्यपाल ला. गणेशन से इस मुद्दे पर मिलने का समय मांगा गया है। संभवतः अखिल गिरी के बयान को लेकर भाजपा के आदिवासी विधायक विधानसभा में निंदा प्रस्ताव भी ला सकते हैं। भाजपा के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुण्डा से लेकर प्रदेश भाजपा के नेताओं ने इस बयान को अपमानजनक बताते हुए कहा कि यह सरासर आदिवासियों का अपमान है। इसके साथ ही कोलकाता समेत राज्य के विभिन्न स्थानों व त्रिपुरा में भी भाजपा की ओर से इस मुद्दे को लेकर विरोध-प्रदर्शन किया गया।
तृणमूल ने कहा, इस बयान से कोई वास्ता नहीं
तृणमूल कांग्रेस ने अपने मंत्री के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर दिए विवादित बयान से किनारा करते हुए कहा कि इसका पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है। शनिवार को पार्टी ने अपने एक ट्वीट में कहा कि पार्टी अपने राज्य मंत्री के टिप्पणी की कड़ी निंदा करती है। तृणमूल की ओर से ट्वीट किया गया, ‘हमारे मन में भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अधिक सम्मान है। हमारी पार्टी विधायक अखिल गिरी की इस दुर्भाग्यपूर्ण टिप्पणी की कड़ी निंदा करती है और स्पष्ट करती है कि हम इस तरह के बयानों की निंदा करते हैं। महिला सशक्तीकरण के युग में, इस तरह की कुप्रथा अस्वीकार्य है।’
अपने बयान के लिए मंत्री ने मांगी माफी
शनिवार की सुबह गिरी ने अपने बयान के लिए माफी मांगी। गिरी ने कहा, ‘मेरा आशय माननीय राष्ट्रपति का अनादर करने से नहीं था। मैं केवल उन बयानों का जवाब दे रहा था जो भाजपा नेताओं ने मुझ पर हमला करते हुए दिये हैं। हर दिन अपने रूप के कारण मैं मौखिक हमले का शिकार होता हूं। यदि किसी को लगता है कि मैंने राष्ट्रपति का अनादर किया है, तो मैं इस बयान के लिए माफी मांगता हूं। देश के राष्ट्रपति का मैं बहुत सम्मान करता हूं।’ गिरी ने कहा कि भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी उनके और उनके रूप के खिलाफ जिस तरह के बयान देते हैं, उससे वह खुद को अपमानित और व्यथित पाते हैं। तृणमूल के 63 वर्षीय विधायक गिरी ने कहा कि वह एक बुजुर्ग व्यक्ति हैं और गलती से अपने गुस्से भरे इजहार के तहत उक्त बयान दे दिया था।