- भाजपा विधायकों ने लगातार एक घंटे तक किया विरोध, पूरा नहीं हाे सका अभिभाषण
- राज्यपाल ने कहा, यह गणतंत्र के लिए खतरनाक
- भगवा पार्टी संवैधानिक संकट पैदा करना चाहती है – ममता
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा में बजट सत्र के पहले दिन सोमवार को अभूतपूर्व घटना घटी। ऐसा पहले कभी सदन में नहीं देखा गया जो इस दिन हुआ। सदन में भाजपा विधायकों के लगातार विरोध – प्रदर्शन के कारण राज्यपाल जगदीप धनखड़ अभिभाषण पूरा नहीं कर पाये। 30 पन्ने के अभिभाषण को राज्यपाल काे काफी मशक्कत के बाद किसी तरह एक लाइन में खत्म करना पड़ा। सीएम ममता बनर्जी के हाथ जोड़कर अनुरोध करने के बाद राज्यपाल अभिभाषण का पहला और अंतिम लाइन पढ़कर सदन से चले गये। विधानसभा में हुई इस पूरी घटना की राज्यपाल ने निंदा की है। बाद में उन्होंने कहा कि यह गणतंत्र के लिए खतरनाक है। सीएम ने कहा कि शायद राज्यपाल पर अभिभाषण नहीं पढ़ने का दबाव था। बाद में मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के प्रदर्शन का मकसद संवैधानिक अशांति पैदा करना था लेकिन ऐसा हुआ नहीं, क्योंकि राज्यपाल ने अपना अभिभाषण सदन के पटल पर रखने का उनका अनुरोध स्वीकार कर लिया।
क्या है पूरी घटना
हाल ही में सम्पन्न निकाय चुनावों में हुई कथित हिंसा को लेकर भाजपा के विधायकों के विरोध के कारण राज्यपाल जगदीप धनखड़ अपना उद्घाटन अभिभाषण नहीं दे सके। ठीक दोपहर दो बजे राज्यपाल अपना अभिभाषण देने के लिए सदन में पहुंचे। अभिभाषण के लिए राज्यपाल जैसे खड़े हुए, तभी भाजपा विधायक वेल पर उतर आये और पोस्टर लेकर नारेबाजी करने लगे। पाेस्टर में चुनावों में हिंसा के कथित पीड़ितों की तस्वीरें थीं।
राज्यपाल प्लीज – प्लीज कहते रहे लेकिन…
राज्यपाल ने हाथ जोड़कर भाजपा विधायकों से अनुरोध किया कि वे कार्यवाही शुरू होने दें, लेकिन भाजपा विधायक नहीं माने। राज्यपाल ने प्लीज-प्लीज कर कई बार शांत रहने के लिए अनुरोध किया फिर भी सदन अशांत रहा। विधानसभा के स्पीकर के अनुरोध का भी भाजपा विधायकों पर कोई असर नहीं हुआ। कुछ विधायक जमीन पर भी बैठ गये। प्रदर्शन कर रहे सदस्यों ने सदन में ‘जय श्रीराम’ और ‘भारत माता की जय’, ‘छप्पाबाज सरकार आर नेई दरकार’ के नारे भी लगाये।
सीएम ने हाथ जोड़कर राज्यपाल से किया अनुरोध
राज्यपाल जैसे ही सदन से जाने लगे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाथ जोड़कर अनुरोध किया। सीएम सहित तृणमूल के विधायक भी राज्यपाल से रुकने का आग्रह करने लगे। इसके बाद जगदीप धनखड़ ने एक बार फिर भाजपा सदस्यों से शांत होने तथा कार्यवाही चलने देने का अनुरोध किया, लेकिन भाजपा सदस्यों ने एक न सुनी। टीएमसी सदस्यों ने भी करीब आधे घंटे बाद भाजपा विरोधी नारे लगाने शुरू कर दिये।
प्रदर्शन से नाराज धनखड़ ने कई बार सदन से जाने की कोशिश की
इस पूरे हंगामे के बीच राज्यपाल ने कई बार सदन से जाने की कोशिश की लेकिन टीएमसी विधायकों ने उन्हें रोक लिया। सदन में यह हंगामा पूरे एक घंटे तक यानी दो बजे से लेकर दोपहर तीन बजे तक चलता रहा। वित्तीय पीठ के बार-बार अनुरोध करने के बाद राज्यपाल ने अपना अभिभाषण सदन के पटल पर रखा और वहां से चले गए।
राज्यपाल के हम आभारी हैं – सीएम
बाद में मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से कहा, ‘भाजपा ने विधानसभा में आज जो किया है वह लोकतंत्र के लिए शर्मिंदगी की बात है। यह अभूतपूर्व है। भगवा पार्टी संवैधानिक संकट पैदा करना चाहती है। हमने राज्यपाल से अपने अभिभाषण की कम से कम एक पंक्ति पढ़ने और उसे सदन में पेश करने का अनुरोध किया। उन्होंने हमारा आग्रह स्वीकार कर लिया, हम उनके आभारी हैं।’