
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : तृणमूल और आईपैक के बीच बढ़ रही दूरियों पर पार्टी की ओर से आधिकारिक स्तर पर अभी तक कुछ नहीं कहा गया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तक ने इस बारे में कुछ भी न कहते हुए विषय को टाल दिया था जबकि पार्टी के वरिष्ठ नेता व सांसद सौगत रॉय ने बेबाकी से इस मुद्दे पर अपनी राय रखी है। सौगत रॉय ने कहा कि आईपैक जिस तरह शृंखलाबद्ध तरीके से काम करती है, काम करने की वैसी पद्धति पहले नहीं देखी गयी है। आने वाले समय में अगर आईपैक तृणमूल के साथ काम नहीं भी करती है तो इससे पार्टी का नुकसान तो कुछ नहीं होगा मगर असुविधा जरूर होगी। हालांकि सौगत रॉय ने इस बात पर स्पष्ट नहीं किया कि तृणमूल के साथ आईपैक के संबंधों में कितनी खटास आयी है। सूत्रों की माने तो सौगत का कहना है कि आईपैक के साथ पार्टी का क्या करार था, उन्हें नहीं पता बस इतना पता है कि अलग हुए तो असुविधा तो होगी ही। उन्होंने कहा कि 2021 के विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों की तालिका जिस तरह बनायी गयी थी उसका परिणाम पार्टी की ऐतिहासिक जीत है। आईपैक का काम देखा है, वह बेहतरीन काम करने वाली संस्था है। मालूम हो कि नगरपालिका चुनाव के लिए तृणमूल की प्रार्थी तालिका को लेकर अच्छा-खासा घमासान हुआ। पार्टी समर्थकों का कहना है कि जिन लोगों ने कोविड और अम्फान चक्रवात के दौरान इलाके में रहकर काम किया, पार्टी ने उन्हें टिकट न देकर बाहरी लोगों को मौका दिया है। इन समस्त प्रकरणों के बाद से ही तृणमूल और आईपैक के बीच आ रही दूरियों की चर्चा होने लगी।