कोलकाता : 11 साल पहले बंगाल के राजनीतिक इतिहास में एक नया इतिहास रचा गया था। 34 सालों की वाममोर्चा सरकार को उखाड़ कर अपनी सत्ता कायम की थी तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी। यहां की राजनीति में यह पहली बार था जब एक महिला मुख्यमंत्री की ताजपोशी हुई थी और जनता ने बंगाल की सत्ता के लिए ममता बनर्जी को चुना था। तृणमूल सरकार सत्ता की तीसरी पारी संभाल रही है। इस दौरान मुख्यमंत्री के तौर पर ममता बनर्जी ने जनता को प्राथमिकता दी जिसे देखते हुए उन्होंने शहर से लेकर गांव तक जहां विकासकार्य पर जोर दिया वहीं जन-जन तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए 50 से अधिक योजनाओं को हरी झण्डी दिखायी है।
स्वास्थ, शिक्षा पर अधिक जोर
ममता बनर्जी ने अपनी सत्ता में स्वास्थ और शिक्षा पर अधिक जोर दिया है। लड़कियां शिक्षा सं वंचित न हो सकें तथा बाल विवाह पर रोक लगाने के लिए कन्याश्री योजना आज विश्वमंच पर नामचीन है। इसी तरह दूर-दराज इलाकों में रहने वाले बच्चों के लिए सबुजश्री योजना शुरू की गयी है जिसके तहत छात्रों को फ्री साइकिल दी जाती है। अब बात शिक्षा की करें तो स्वास्थ्य साथी कार्ड के तहत लोगों को राज्य में मुफ्त इलाज की व्यवस्था की गयी। इन सभी के अलावा ममता सरकार ने जन्म से लेकर अंतिम संस्कार तक के लिए सरकारी योजना चालू की गयी है। इन योजनाओं में पढ़ाई के लिए स्कॉलरशिप से लेकर किसानों को पेंशन देने तक की व्यवस्था है।
लक्ष्मी भण्डार, स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड बना उपलब्धि
ममता सरकार की दो योजना लक्ष्मी भण्डार और स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड अब तक की बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। लक्ष्मी भंडार महिलाओं को घर बैठे आर्थिक मदद देने वाली योजना है तो स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड की मदद से छात्र की पढ़ाई के लिए विदेश जा सकें इसका लोन सरकार की गैरेंटी में दिया जा रहा है।
तृणमूल ने पूरे किये बंगाल में सत्ता के 11 साल
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