
बाल बाल बचे श्रमिक परिवार, घर से बाहर भाग कर बचाई जान
बीडीओ ने लिया जायजा, पीड़ितों से बातचीत कर बढ़ाया सहायता का हाथ
सन्मार्ग संवाददाता
कालचीनी : डुवार्स के चायबागान व वनवस्ती इलाके में जंगली हाथियों के तांडव की घटना थमने का नाम नही ले रही है। अलीपुरद्वार जिले के कालचीनी प्रखंड के अंतर्गत चुआपाड़ा चाय बागान इलाके में शनिवार देर रात फिर बक्सा टाइगर प्रोजेक्ट के जंगल से एक जंगली हाथी ने गांव में प्रवेश कर जमकर तांडव मचाया व श्रमिक परिवार के आवासन में तोड़फोड़ कर उनके आशियाने को उजाड़ कर रख दिया है। इस घटनाक्रम में श्रमिक परिवार के सदस्यों को घर से बाहर भाग कर अपनी जान बचानी पड़ी है। घटना के मद्देनजर पूरे मोहल्ले के श्रमिकों में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार देर रात भोजन की तलाश में आकर एक जंगली हाथी चाय बागान के नीचे लाइन इलाके में प्रवेश किया व स्थानीय श्रमिकों के घरों पर आक्रमण करना शुरू कर दिया। देखते ही देखते हाथी ने मोहल्ले के श्रमिक गंगी मुंडा के घर पर आक्रमण कर उसे पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया। इसके अलावा घर में रखे खाद्य सामग्रियों को खाया व घर की उपयोगी सभी सामग्रियों को भी तोड़फोड़ कर बर्बाद कर दिया है। इस विषय में क्षतिग्रस्त परिवार के सदस्य ने बताया कि रात को खाना पीना करके सभी सोए हुए थे। अचानक एक जंगली हाथी आकर उनके घरों पर आक्रमण कर उसमें जमकर तोड़फोड़ करने लगा। जैसे ही वे बिस्तर से उठे उसी वक्त हाथी ने घर की दीवार को बिस्तर के ऊपर गिरा दिया हैं। थोड़ी देर होती तो किसी की जान भी जा सकती थी। बाद में किसी तरह बाहर भागकर वे अपनी जान बचाए हैं। उन्होंने कहा हाथी ने घर को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त किया है। रहने लायक तक नहीं छोड़ा है। क्या करें कहां रहे कुछ समझ नहीं आ रहा है। वे चाहते हैं कि वन विभाग व प्रशासन उनकी मदद करें। वहीं घटना की खबर मिलते ही रविवार घटनास्थल पर कालचीनी के बीडीओ प्रशांत बर्मन निरीक्षण के लिए पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पीड़ित परिवार से बातचीत की। साथ ही आपातकालीन तौर पर त्रिपाल भी प्रदान किया व हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। इस विषय पर कालचीनी के बीडीओ प्रशांत बर्मन ने कहा कि कालचीनी ब्लॉक के विभिन्न चाय बागानों से जंगल सटा हुआ हैं। यही कारण है कि अक्सर हाथी जंगल से गांव में प्रवेश कर जाते हैं व नागरिकों के घरों पर हमला कर देते हैं। उन्होंने कहा शनिवार रात हाथी ने गांव में प्रवेश कर उत्पात मचा दिया हैं। साथ ही उन्होंने कहा वे फारेस्ट एक्ट के तहत वनविभाग के रेंजर से बात करेंगे व जिला शासक ध्यान को आकर्षित करते हुए पीड़ित परिवार की हरसंभव सहायता प्रदान करने का प्रयास करेंगे।