
– हर पैरेंट्स ऐसे रखें अपने बच्चों का ख्याल
कोलकाताः मौसम में अब तेजी से बदलाव दिख रहा है। सुबह हल्की ठंड रहती है और दिनभर धूप रहने से अब गर्मी का एहसास हो रहा है। बदलते मौसम के कारण अब बच्चों में तरह-तरह की कई बीमारियां अपनी चपेट में ले रही है। बच्चों को सांस लेने में काफी तकलीफ हो रहा है। उन्हें एआरआई (अक्यूट रेस्पीरेटरी इंफेक्शन) और आईएलआई (इंफ्लूएंजा लाइक इलनेस) जैसी बीमारी ग्रसित कर रही है। इसी बीच राज्य सरकार की ओर से बच्चों के अभिभावकों के लिये एडवाइजरी जारी कर दी गई है।
एआरआई बीमारी के लक्षण
1. तीन या अधिक दिनों तक बुखार रहना।
2. बहती नाक, गले में खराश या खांसी।
3. बच्चा उदासीन रहता है।
4. पूरे शरीर में दर्द होना।
5. कुछ मामलों में उल्टी और दस्त।
6. तेजी से सांस लेना या सांस लेने में तकलीफ होना।
घरेलू उपचार
1. अधिक पानी और तरल भोजन का सेवा करें।
2. ओआरएस देना है।
3. बुखार होने पर पैरासिटामोल देनी चाहिए। खुराक 10-15 मिलीग्राम प्रति किलो हर बार। दिन में अधिकतम पांच बार और कम से कम चार घंटे के अंतराल पर भोजन करना।
4. दवा से बुखार कम न हो तो शरीर को पोंछ लें और सिर को बार-बार सामान्य पानी से धोएं।
5. नाक बंद होने पर नमक के पानी की बूंदों का इस्तेमाल किया जा सकता है।
6. बुखार, सांस लेने की दर, मल त्याग की मात्रा और पेशाब की मात्रा पर नजर रखनी चाहिए।
2. सामान्य से अधिक तेज सांस लेना
3. सांस लेते साथ छाती का अंदर की ओर घुस जाना, नाक के छेद में सूजन आदि।
4. बच्चे का दैनिक सेवन आधे से भी कम होना।
5. दिन में पांच बार से कम पेशाब आना।
6. लगातार कंपकंपी/बेहोशी, अचानक ऐंठन या बेहोशी। किसी भी खतरे के लक्षण होने पर बच्चे को तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र/अस्पताल ले जाएं।