
पीक समय का भी रिकॉर्ड तोड़ रहा अभी का रेट
2020, 18 अक्टूबर – 64 मरीजों की हुई थी मौत, पॉजिटिविटी रेट था – 8.04%
2021, 19 मई – 157 लोगों की हुई थी मौत, पॉजिटिविटी रेट था – 10.23%
एक नजर इस पर, बंगाल
2020 – 8 जुलाई – पॉजिटिविटी रेट – 4.34%
2021 – 8 जुलाई – पॉजिटिविटी रेट – 2.00%
2022 – 8 जुलाई -16.92 %
7 जुलाई – पॉजिटिविटी रेट – 18.74%
6 जुलाई – पॉजिटिविटी रेट – 16.24
हाइलाइट्स
* टेस्ट कराने से हिचकिचा रहे हैं अधिकांश लाेग
* बढ़ी चिंता – बच्चों में भी बढ़ रहे हैं मामले
* स्कूलों में मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग हुआ अनिवार्य
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : कोविड के बढ़ते मामले तथा पॉजिटिविटी रेट बंगाल की चिंता बढ़ा रहा है। काफी तेजी से कोविड के आंकड़े बढ़ रहे हैं। इनमें सबसे ज्यादा खतरे की घंटी कोलकाता व उत्तर 24 परगना के लिए है। हावड़ा, हुगली में भी मामले बढ़ रहे हैं। सबसे ज्यादा चिंता की बात यह है कि 2020 व 21 में जब एक दिन में 150 लोगों की मौत होती थी उस दौरान भी सैंपल टेस्ट से पॉजिटिविटी रेट इतना ज्यादा नहीं था। बात करें अन्य शहरों की तो दिल्ली, मुंबई में भी कोलकाता से कम मामले गत दिन आये हैं तथा पॉजिटिविटी रेट में भी उन शहरों में कम है। दरअसल, पिछले चार दिनों में बंगाल में कोरोना से 11 मरीजों की मौत दर्ज की गई है जो कि चौंकाना वाला है। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि अभी बंगाल में कोविड पॉजिटिविटी रेट और बढ़ेगा। इसमें लोगों के लिये सतर्क रहना बहुत ही आवश्यक है। वहीं जिनमें लक्षण हैं, वे भी टेस्ट करवाने से हिचकिचा रहे हैं। ऐसे में संक्रमण बढ़ने की ज्यादा संभावना है।
बंगाल में क्यों बढ़ रहा है तेजी से ग्राफ
निदेशक (स्वास्थ्य सेवाएं) सिद्धार्थ नियोगी ने कहा कि लोगों के लिये मास्क पहनना बहुत ही जरूरी है। बूस्टर डोज जरूर लगावाएं, वरना मामले और बढ़ सकते हैं। हेल्थ एक्सपर्ट डॉक्टर राहुल जैन ने बताया कि नया उपस्वरूप बीए 2.75 के कारण संक्रमणों के मामले बढ़ रहे हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक राज्य में संक्रमण के मामलों में वृद्धि के लिए वायरस का उक्त उपस्वरूप जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि बंगाल में पॉजिटिविटी रेट और ज्यादा बढ़ने की संभावना है, फिर धीरे-धीरे कम होगा और दूसरी शहरों में बढ़ेगा।
इन्हें रहना है ज्यादा सतर्क
हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि बुर्जुग, हार्ट के मरीज, जिन्हें शुगर है या फिर हाई बीपी की शिकायत है या फिर कोई गंभीर बीमारी है उन्हें इस दौरान ज्यादा सतर्क रहना होगा।
बच्चे भी हो रहे हैं एडमिट
डॉक्टर राहुल जैन ने बताया कि कोविड लक्षण के साथ बच्चे अस्पताल में एडमिट हो रहे हैं, उनमें माइल्ड लक्षण पाये जा रहे हैं। अभी बच्चों की क्लासेस जारी है। ऐसे में स्कूल प्रबंधन व अभिभावक सभी को सतर्क रहना होगा। मास्क का जरूर इस्तेमाल करें। उन्होंने कहा कि अभिभावक या फिर घर में किसी को भी कोविड के लक्षण हैं तो बच्चों के सम्पर्क में नहीं जाएं। स्कूल नहीं भेजें जब तक कि घर का सदस्य स्वस्थ नहीं हो जाता।
स्कूलों में अपनाए जा रहे हैं ये उपाय
अभी सभी स्कूलों में क्लासेस चल रही हैं। कई स्कूलों में टेस्ट चल रहे हैं। वहीं कोविड मामलों काे देखते हुए स्कूलों में स्टूडेंट्स, अभिभावक, टीचर, स्टाफ सभी के लिए मास्क अनिवार्य कर दिया गया है। सभी पैरेंट्स को सूचित किया गया है कि अगर घर में किसी को कोरोना है या फिर बुखार, सर्दी, खांसी है तो बच्चों को स्कूल नहीं भेजें और स्कूल को सूचित करें।
सरकार उठा रही है ये कदम
* केएमसी की तरफ से बाजारों में नो मास्क नो सेल नियम एक बार फिर से लागू किया गया है।
* पुलिस थानों की तरफ से स्थानीय इलाकों में माइकिंग की जा रही है कि मास्क पहनें।
* सरकारी कार्यालयों में एक बार फिर से सोशल डिस्टेंसिंग लागू की गयी है।
7 जुलाई – 2022
दिल्ली – 579 नये मामले, 1 की मौत व पॉजिटिविटी रेट 3.46%
मुंबई – 540 नये मामले, पॉजिटिविटी रेट 5.43 %
कोलकाता – 819 नये मामले