
- जो आश्वस्त हैं जीत पर उन्होंने किया आराम, कुछ ने कार्यकर्ताओं का बढ़ाया उत्साह
- उम्मीदवारों ने कहा, जनता का फैसला सिर आंखों पर होगा
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : कोलकाता नगर निगम का मतदान हो गया, 144 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में बंद हो चुकी है। किसे जीत मिलेगी और कौन हार का स्वाद चखेगा इसका फैसला आज आने वाला है। अपनी जीत को लेकर पूरी तरह आश्वस्त तृणमूल कांग्रेस के ज्यादातर उम्मीदवारों के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही है। उन्हें भरोसा है अपने वार्ड की जनता पर, अपने काम पर, जो उन्हें एक बार फिर मौका देगा जनप्रतिनिधि बनने का, वहीं कुछ उम्मीदवारों के माथे पर सिकन भी है। रविवार को चुनाव की भागदौड़ के बाद इन उम्मीदवारों के लिए सोमवार का दिन एकदम वैसा ही बीता जैसे माध्यमिक की परीक्षा देने के बाद परीक्षार्थियों की रात बीतती है।
इन उम्मीदवारों का दिन कटा सोते हुए
परेश पाल ने कहा कि उन्हें जीत या हार की चिंता नहीं है। जो होना था वह हो गया। भरोसा है जीत मेरी पक्की इसलिए कुछ करने का बनता ही नहीं है। मालूम हो कि परेश पाल विधायक भी हैं जिन्हें तृणमूल ने पार्षद का टिकट दिया है। ये एक हैवीवेट उम्मीदवार हैं। इधर पूजा पांजा वार्ड नंबर 8 से चुनाव में खड़ी हुई हैं। उन्होंने कहा कि जनता उनसे संतुष्ट है, यकीन है जीत का आशीर्वाद भी देगी जनता, इसलिए आराम से सामान्य दिनों की ही तरह दिन कटा है। शांति रंजन कुण्डू ने कहा कि चुनाव के दिन भी निकलने की जरूरत नहीं पड़ी थी। आज रिजल्ट के दिन भी बाहर जाने का मौका नहीं मिलेगा क्योंकि जीत तो अपनी पक्की है। बस देखना है जीत की मार्जिन कितनी बड़ी होगी।
कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने में लगे उम्मीदवार
वार्ड नंबर 87 से तृणमूल ने मनीषा बोस को टिकट दिया है। यह पहली बार है जब मनीषा चुनावी दंगल में उतरी हैं। मनीषा ने कहा कि उनका मकसद जनता के लिए काम करना है। जीत-हार मायने नहीं रखती है, बस कार्यकर्ताओं का मनोबल नहीं गिरना चाहिए इसलिए पूरा दिन उनके साथ हमने बिताया। सुशांत घोष ने कहा कि काम किया है तो जनता फैसला भी उसी के हिसाब से देगी। मेरे लिए जनता का फैसला और अपने कार्यकर्ताओं का भरोसा दोनों महत्वपूर्ण है।