
लोगों ने कहा – नारकीय जीवन जीने को मजबूर
निगम के अधिकारियों ने किया दौरा
जल्द होगा कचरों का रीसाइक्लिंग का काम
हावड़ा : हावड़ा नगर निगम के डम्पिंग ग्राउण्ड बेलगछिया भगाड़ में कचरों का पहाड़ बन गया है। अभी यहां कचरों को फेंकने के लिए जो वाहन जाते हैं उन्हें घंटों इंतजार करना पड़ता है। वर्तमान में बेलगछिया भगाड़ में 80 फीट ऊँचा कचरों का पहाड़ बन गया है। ऐसे में निगम के सामने कचरे को फेकने की सबसे बड़ी चुनौती है। इस कारण कचरा जहां तहां दिखता नजर आता है। 17 एकड़ भूखण्ड पर स्थित इस बेलगछिया भगाड़ में कूड़ा फेंंकना निगम के लिए चुनौती है। ऐसे में यहां पर थोड़ी सी भी जगह खाली नहीं है। इस चुनौती से निपटने के लिए पहले निगम की ओर से कहा गया था कि डोमजूड़ क्षेत्र में नयी जमीन ली जायेगी, परंतु अभी भी इस समस्या का समाधान नहीं हुआ। कचरा ले जाकर फेंकने के लिए काफी रुपये खर्च होते हैं। ऐसे में निर्मल बांग्ला योजना के तहत हावड़ा निगम ने इमारतों में ही सूखे व गीले कचरे को मशीन में डालकर खाद व प्लास्टिक के दाने बनाने की शुरुआत की थी, मगर वह योजना अभी अधर में है। हावड़ा शहर से पूरे दिन 850 से 900 मेट्रिक टन कचरा प्रतिदिन निकलता है। बेलगछिया भगाड़ में कचरों के कारण दुर्गन्ध भी फैलती है। यह वहां के निवासियों के लिए काफी दुखदायी होता है। यहां रह रहे लोगों का कहना है कि वह नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। बारिश के दिनों में तो यहां के लोग काफी परेशान हो जाते हैं। यहां तक की खाना खाने के लिए भी खिड़की व दरवाजे बंद करने पड़ते हैं। दुर्गन्ध इतनी रहती है कि खाना दुर्भर हो गया है।
जमे कूड़े के गिरने से टूट रहा है ड्रेनेज : भगाड़ में गंदगी का पहाड़ बनने से अब यहां का ड्रेनेज भी प्रभावित हो रहा है। ड्रेनेज सिस्टम जाम होने के साथ ही टूटने भी लगा है। ऐसे में यहां पर ड्रेनेज डेसिल्टिंग के साथ पाइलिंग का काम भी किया जा रहा है। बोर्ड ऑफ एडमिनिस्ट्रेटर के उपाध्यक्ष सैकत चौधरी, रायचरण मन्ना, मंजित रफेल समेत अन्य सदस्यों ने बेलगछिया भगाड़ का दौरा किया। भगाड़ से हावड़ा उत्तर व शिवपुर के वार्डों की नालियां आकर मिलती हैं। यहां के ड्रेनेज के टूटने से यहां के वार्ड नंबर 6, 7, 8 ,9 एवं 10 में बारिश के दौरान जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। हालांकि यहां हर साल बारिश में जलजमाव एक बड़ी समस्या है।
भार को कम करने के लिए होगी रीसाइक्लिंग : भगाड़ में जमे कचरे से इसका भार दिन प्रतिदिन बढ़ता चला जा रहा है। ऐसे में भगाड़ के भार को कम करने के लिए हावड़ा नगर निगम तत्पर नजर आ रहा है। ऐसे में हावड़ा नगर निगम एक विदेशी कंपनी को इसका टेंडर देने की योजना बना रहा है। इसके तहत यहां के भार को कम करने के लिए वहाँ मौजूद कचरों की रीसाइक्लिंग की जाएगी, ताकि भविष्य में और कचरों को वहाँ जमा करने के लिए जगह बनायी जा सके। इस बारे में बोर्ड ऑफ एडमिनिस्ट्रेटर के उपाध्यक्ष सैकत चौधरी ने बताया कि यहाँ की स्थिति देखकर यह तय किया गया है कि यहाँ पर रीसाइक्लिंग का काम किया जाएगा ताकि कचरों को कुछ उपयोगी काम में इस्तेमाल किया जा सके। उन्होंने कहा कि यहाँ की ड्रेनेज सिस्टम काफी खराब है जिसे जल्द से जल्द ठीक करने की जरूरत है।