
बैरकपुर : भारत सरकार जूट उद्योग व इससे जुड़े किसानों के विकास के लिए सतत प्रयत्नरत है। प्लास्टिक पर रोक के बाद लोगों के हाथ तक जूट के झोले पहुंचेंगे क्योंकि प्लास्टिक का विकल्प जूट ही है। इसलिए यह कह सकता हूं आगे जूट उद्योग व किसानों का भविष्य उज्जवल है। यह दावा कृषि राज्य मंत्री, केंद्रीय किसान मंत्रालय कैलाश चौधरी का है। वे सोमवार को बैरकपुर स्थित सेंट्रल रिसर्च इंस्टिट्यूट फॉर जूट एंड एलाइड फाइबर कार्यालय में आयोजित एक प्रदर्शनी का उद्घाटन करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने बंगाल के जूट व अन्य रेशा जातीय फसलों की उपज करने वाले किसानों से सीधे बातचीत कर उनकी समस्याओं और जरूरतों को सुना। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार कई योजनाओं को लाकर भी सीधे किसानों को मदद पहुंचा रही है हालांकि बंगाल सरकार ने अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के कारण 6 महीनों तक यहां के किसानों को किसान सम्मान योजना की राशी से वंचित रखा।