
तृणमूल में शामिल होने पर कहा, ऐसा क्या है मुझमें कोई बताए जरा ?
मैं विधायक हूं, पानी पीने गया था, यह सुनकर भी मार्शल ने दरवाजा खोलने से मना कर दिया : हिरण
सोनू ओझा
कोलकाता : विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल जगदीप धनखड़ के अभिभाषण से पहले भाजपा विधायकों ने सदन के भीतर जहां जमकर विरोध कर नारेबाजी की वहीं भाजपा के खड़गपुर सदर के विधायक हिरण चटर्जी को सदन के भीतर जाने की इजाजत ही नहीं मिली। इस वजह से हिरण को सदन के बाहर ही खड़े रहकर इंतजार करना पड़ा। इस बारे में हिरण ने सन्मार्ग को बताया कि ‘सत्र शुरू होने से पहले मैं सदन में ही था। इस बीच मुझे प्यास लगी और पानी पीने के लिए मैं बाहर निकला था। जब मैं दोबारा सदन में जाने के लिए आया तो देखा दरवाजे पर ताला लगा हुआ था। मैंने जब उसे खोलने के लिए कहा तो मार्शन ने जवाब दिया इसे खोलने की इजाजत नहीं है। मैंने यह तक कहा कि मैं विधायक हूं, पानी पीने गया था, बावजूद इसके मुझे कहा गया हम कुछ नहीं कर सकते, ताला खोलने की अनुमति हमें नहीं दी गयी है।’
शिकायत करने का फायदा नहीं
सदन में जाने की इजाजत नहीं मिली, इसकी शिकायत स्पीकर से करनी है कि नहीं इस पर हिरण ने कहा कि कोई फायदा नहीं। मैंने बताया था कि मैं विधायक हूं फिर भी वे नहीं सुने। अब बात बढ़ाने का मतलब नहीं बनता है।
तृणमूल में जाने पर कहा, वजह तो बताए कोई
हिरण को लेकर अटकलें लगायी जा रही हैं कि वे तृणमूल में शामिल होने का विचार कर रहे हैं क्योंकि पार्टी तृणमूल में बुलाकर हिरण को खड़गपुर नगरपालिका का चेयरमैन बना सकती है। इस पर हिरण ने कहा कि खड़गपुर नगरपालिका में मैं अकेला भाजपा पार्षद के तौर पर जीता हूं। तृणमूल के बहुमत में पार्षद हैं इस स्थिति में आखिर क्यों तृणमूल मुझे चेयरमैन बनाने जाएगी। इसका कारण कोई सही बता दे तो मैं भी कुछ कहूं। दूसरी तरफ पिछले 10 दिनों से मुझे लेकर कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं, इसमें मेरा ही फायदा है कम से कम मैं लाइमलाइट में तो बना हुआ हूं। आगे क्या होगा खुद पता चल जाएगा।