
हावड़ा : हैदराबाद की घटना ने हावड़ा के आमता थानांतर्गत न्यूग्राम के एक दम्पति को गमगीन कर दिया। वह पिछले सात साल से अपनी बेटी के न्याय का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन उनकी बेटी के बलात्कार का मामला अभी तक सुलझा नहीं है।
पुलिस ने ऐसा न्याय क्यों नहीं किया
हैदराबाद की घटना के बाद उनका एक ही सवाल है कि आखिरकार उनकी बेटी के साथ पुलिस ने ऐसा न्याय क्यों नहीं किया। उनकी इकलौती बेटी जो कि 2002 में नौवीं कक्षा में पढ़ती थी। 7 नवंबर की सुबह, वह पास के गांव पंचशीला में ट्यूशन के बारे में बात करने के लिए अपने घर से निकलती थी लेकिन उसके बाद वह घर नहीं लौटी। दो दिनों के बाद उसका शव बरामद किया गया। इसके बाद दम्पति ने इलाके के ही रहनेवाले सनातन नामक युवक पर बलात्कार व हत्या का मामला दर्ज करवाया।
शादी करवाने से इंकार कर दिया था
दम्पति का आरोप था कि युवक के माता-पिता उसकी शादी उनकी बेटी से कराना चाहते थे लेकिन वह युवक अपने पैर पर खड़ा नहीं था। इसलिए उनलोगों ने शादी करवाने से इनकार कर दिया। इसके बाद गुस्साये युवक ने उस लड़की का बलात्कार कर दिया और हत्या भी कर दी। घटना के बाद युवक को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद उसने अपने गुनाह को कबूल लिया था।
उलूबेड़िया पॉक्सो कोर्ट में चल रहा है मामला
जांच में सहयोग नहीं करने के लिए सनातन के पिता, भाई और एक दोस्त को भी गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने मामले की जांच की और 7 दिनों के भीतर चार्जशीट दे दी। मामला उलूबेड़िया पॉक्सो कोर्ट में चल रहा है। सनातन के पिता, भाई और दोस्त को हिरासत में न लेने के बजाय उन्हें जमानत दे दी गई। इस मामले में 5 गवाह थे लेकिन अब ज्यादातर गवाही खत्म हो चुकी है। पुलिस का कहना है कि पॉक्सो कोर्ट के जज का छह महीने पहले तबादला कर दिया गया था। उनका एक ही सवाल है कि आखिरकार इस मामले का फैसला कब होगा?