
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : अरुणाचल प्रदेश के तवांग में पिछले साल दिसंबर महीने में भारत-चीन के सैनिकों के बीच हुई झड़प के बाद वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी देते हुए भारतीय सेना के पूर्वी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल राणा प्रताप कलिता ने कहा कि वर्तमान समय में गैर सीमा क्षेत्र विशेषकर सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में स्थिति सामान्य लेकिन अप्रत्याशित है। शुक्रवार को प्रेस क्लब में मीट द प्रेस कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि भारत और चीन के बीच बॉर्डर रेखांकित नहीं होने के कारण लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) को लेकर कई तरह की धारणाएं हैं, जिस वजह से उक्त इलाके में संघर्ष की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। सीमा निर्धारित नहीं होने के कारण सीमा पार होने वाली सभी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है और किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए सेना हर वक्त तैयार है। वहीं पूर्वी कमान के अंतर्गत बॉर्डर इलाकों में पिछले कुछ महीनों में चीनी सैनिकों के तैनाती में हो रही वृद्धि को लेकर लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा कि सीमा इलाकों में भारती की तरफ से सैनिकों की संख्या में वृद्धि की गई है। इसके साथ ही गैर सीमा क्षेत्रों में सेना ने बुनियादी ढांचे का विकास भी किया है।
सिलीगुड़ी कॉरिडोर पूर्वी कमान के लिए काफी अहम
चीन द्वारा चुम्बी घाटी में वैकल्पिक सड़क मार्ग के निर्माण से सिलीगुड़ी कॉरिडोर की सुरक्षा प्रभावित होने पर उन्होंने कहा कि भूरणनीतिक तौर पर सिलीगुड़ी कॉरिडोर पूर्वी कमान के लिए एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है। बंगाल को पूर्वी भारत से जोड़ने के लिए सिलीगुड़ी एक महत्वपूर्ण कॉरिडोर है। विशेषकर चीकन नेक इलाका जो लगभग 27 किलोमीटर लंबा है, सिलीगुड़ी कॉरिडोर इलाके में बुनियादी ढांचे का विकास कार्य तेज गति से किया जा रहा है। साथ ही उक्त क्षेत्र को लेकर निगरानी की जा रही है। अग्निवीरों की ट्रेनिंग को लेकर जीओसी ने कहा कि पहले बैच की ट्रेनिंग 2 जनवरी से शुरू हो गई है और जुलाई महीने में जवानों की भर्ती हो जाएगी। प्रेस क्लब में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में प्रेस क्लब के अध्यक्ष स्नेहाशीष सुर व सचिव किंशुक प्रमाणिक उपस्थित थे।
वाइब्रेंट विलेज पर कही यह बात
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के 2022 बजट भाषण में वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम का जिक्र करते हुए जनरल कलिता ने कहा कि डोकलाम के बाद चीन ने सीमा के पास संरचनाओं का निर्माण करना शुरू कर दिया और भारत भी संरचना विकास पर कार्य कर रहा है। जनरल कलिता ने कहा, ‘हमने 130 गांवों को चिह्नित किया है और प्रक्रिया जारी है।’ यहां उल्लेखनीय है कि चीन द्वारा अपनी सीमा के पास ‘मॉडल विलेज’ की स्थापना के बाद केंद्र ने भी वाइब्रेंट विलेज की घोषणा की थी जिसके तहत सीमा के आस-पास संरचनाओं का विकास किया जा रहा है।