
अब तक मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं
सीसीटीवी फुटेज खंगालने में जुटी है पुलिस
भाटपाड़ा : भाटपाड़ा के मानिकपीर इलाके में रविवार को हुए संघर्ष के बाद दूसरे दिन पुलिस प्रशासन की कड़ी व्यवस्था के बीच परिस्थितियां स्वाभाविक रहीं। लोगों ने कहा कि वे भाटपाड़ा में शांति चाहते हैं मगर यहां राजनीतिक कारणों से ऐसा नहीं दिख रहा। पुलिस की ओर से तमाम कोशिशों के बावजूद यहां गोलीबारी और बमबारी सामान्य बात हो गई है। रविवार को नेताजी की मूर्ति पर माल्यार्पण करने को लेकर सांसद अर्जुन सिंह और पालिका प्रशासक गोपाल राउत व उनके कर्मियों के बीच हुए घमासान के बाद अब कानूनी दांवपेंच भी शुरू हो गया है। पालिका प्रशासक गोपाल राउत ने बताया कि पालिका की और से सरकारी संपत्ति को नष्ट करने और हिंसा भड़काने सहित 3 मामले हमने भाटपाड़ा थाने में दर्ज करवाये हैं। वहीं सांसद अर्जुन सिंह और विधायक पवन सिंह के विरुद्ध तृणमूल की ओर से तृणमूल कर्मियों की हत्या की कोशिश, उनके सुरक्षाकर्मियों द्वारा सरेआम फायरिंग करते हुए आतंक फैलाने, हिंसा करने की शिकायत दर्ज करवाई गई है। साथ ही मामले में बैरकपुर कमिश्नरेट पुलिस ने सुओमोटो केस किया है। वहीं सांसद अर्जुन सिंह की ओर से भी पालिका प्रशासक और उनके कर्मियों के विरुद्ध हत्या की कोशिश की शिकायत दर्ज करवाई गई है। इस मामले में तृणमूल का कहना है कि सीसीटीवी में साफ है कि किस तरह से सांसद ने पहले अपने सुरक्षाकर्मियों के साथ पालिका प्रशासक और अन्य कर्मियों के साथ धक्का-मुक्की की है। जिला तृणमूल नेतृत्व ने पहले ही इस मामले में कार्रवाई की मांग की है। वहीं अपने विरुद्ध 4 एफआईआर किये जाने को लेकर सांसद अर्जुन सिंह ने कहा कि बंगाल की पुलिस से वे और कोई उम्मीद रखते भी नहीं हैं। उनके विरुद्ध जितनी शिकायतें दर्ज होंगी वे उतने ही उत्साह से अपनी लड़ाई लड़ेंगे।