
बुधवार को अचानक बैशाखी संग पहुंचे नवान्न
राजनीतिक मुद्दाें पर हुई चर्चा
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : एक दौर था जब कानन (शोभन चटर्जी) दीदी के खासमखास थे। समय बदला, परिस्थितियां बदली, दुरियां बढ़ी और शोभन धीरे-धीरे तृणमूल से दूर होते गये। नौबत ऐसी आयी कि शोभन ने तृणमूल का साथ छोड़ भाजपा का हाथ पकड़ लिया। जिन उम्मीदों के साथ कोलकाता के पूर्व मेयर व राज्य के पूर्व मंत्री शोभन चटर्जी ने कमल थामा था जो पूरी नहीं हुई, उससे रुष्ट होकर शोभन ने भाजपा से भी दूरी बना ली और रहने लगे राजनीति से अलग-थलग। इस दौरान व्यक्तिगत जीवन भी काफी कुछ बदला लेकिन नहीं रूकी तो शोभन की उम्मीद जो आज भी ममता बनर्जी पर टिकी है। इसी उम्मीद और सहारे की आड़ लेकर शोभन बुधवार को अचानक पहुंच गये नवान्न दीदी से मुलाकात करने। इस मुलाकात के बाद से ही कयास लग रहे है कि शोभन दीदी का हाथ थामकर तृणमूल में क्या रि-एंट्री करेंगे ?
बंगाल में कोई भी अराजनीतिक शख्स नहीं है
ममता बनर्जी के साथ हुई मुलाकात के बाद शोभन चटर्जी ने यह तो नहीं बताया कि आगे की उनकी रणनीति क्या होगी। हां इतना इशारा जरूरी किया कि राजनीतिक खून अभी भी उनके अंदर गरम है। उन्होंने कहा कि बंगाल राजनीतिक राज्य हैं यहां कोई भी शख्स अराजनीतिक नहीं है। स्पेक्युलेशन करने से बेहतर है कुछ समय दे हर सवाल का जवाब मिल जाएगा।
जो दीदी बोलेंगी वो मैं करूंगा !
शोभन एक बार फिर साबित करने में लग गये है कि वो दीदी के आज भी पुराने शागिर्द है। शोभन ने कहा कि दीदी के साथ राजनीतिक चर्चा भी हुई है। अब आगे क्या करना है क्या नहीं यह भी जल्द तय होगा। सूत्रों की माने तो शोभन 21 जुलाई को दोबारा पार्टी में वापसी कर सकते है ऐसी चर्चा जोरों पर है।
रत्ना नाखुश, दुलाल ने कहा ममता दीदी सर्वोपरि
शाेभन और बैशाखी की ममता बनर्जी के साथ हुई मुलाकात से रत्ना चटर्जी ने नाखुशी जतायी है। वहीं दुलाल दास ने कहा कि पार्टी में कौन आता है कौन नहीं यह ममता बनर्जी तय करती है। उनका निर्णय ही सर्वोपरि था और रहेगा।
बैशाखी बोली रत्ना हमारे लिए प्रासंगिक नहीं
तृणमूल में अगर शाेभन और बैशाखी आते है तो वहां उनका सीधा सामना रत्ना चटर्जी (शोभन की पत्नी) से होगा। इस बारे में बैशाखी ने कहा कि रत्ना हमारे लिए प्रासंगिक नहीं है। मेरे लिये शोभन का राजनीति में सक्रिय होना महत्वपूर्ण है।
कुछ मुख्य बातें
* 2018 के नवंबर महीने में शोभन ने मंत्री पद और मेयर पद से इस्तीफा दे दिया था
* 2021 के विधानसभा चुनाव में शोभन चटर्जी की सीट बेहला पूर्व से तृणमूल ने उनकी पत्नी रत्ना चटर्जी को टिकट दिया था।
* भाजपा में रहते हुए विधानसभा चुनाव से पूरी तरह दूर रहे थे शोभन
* राजनीति से दूरी रखते हुए भी राजनीतिक गतिविधियों पर नजर रखते थे शोभन