मुख्यमंत्री आवास की सुरक्षा बढ़ी, लगाए गए अत्याधुनिक कैमरे

56 लाख की लागत से लगाए गए हैं सेंसर कैमरे
इस नए सिस्टम का नाम ‘पेरीमीटर इंट्रूजन डिटेक्शन सिस्टम’ है
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : कालीघाट स्थित मुख्यमंत्री आवास के निकट एक मक्खी भी अगर उड़ेगी तो वह भी पकड़ी जाएगी। सीएम आवास के आसपास अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। सूत्रों के अनुसार पीआईडीएस उर्फ ‘पेरीमीटर इंट्रूजन डिटेक्शन सिस्टम’ के तहत इन सेंसर कैमरों को लगाया गया है। राज्य में पहली बार सुरक्षा के लिए इस सिस्टम का इस्तेमाल किया गया है। पहले इस चीज का इस्तेमाल दिल्ली और मुंबई के कुछ हाई सिक्योरिटी एरिया में किया जाता था। सूत्रों के अनुसार इन कैमरों को 56 लाख रुपये की लागत से लगाया गया है। यह निगरानी सिस्टम सब समय एक्ट‌िव रहेगा। नजरदारी में ड्यूटी में तैनात सुरक्षा कर्मी से चूक होने पर टेक्नोलॉजी किसी भी गति‌व‌िधि‌ की जानकारी दे देगी। हालांकि सीएम की सुरक्षा संभालने वाले डायरेक्टोरेट ऑफ सिक्योरिटी और कोलकाता पुलिस के अधिकारियों की मानें तो सीएम आवास के आसपास सुरक्षा व्यवस्था 24 घंटे चाक-चौबंद रहती है। यहां परिंदा भी सुरक्षा कर्मियों की अनुमत‌ि के बगैर पर नहीं मार सकता है। सीएम आवास के आसपास उच्च क्वालिटी के अत्याधुनिक कैमरा लगाने का काम पूरा कर लिया गया। कुछ माह पूर्व मुख्यमंत्री आवास में एक व्यक्ति ने अवैध तरीके से प्रवेश किया था। उस घटना में सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रहे पुलिस अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठाया गया था। जब पता चला कि उक्त व्यक्ति के हाथ में लोहे का रॉड था, इसके बाद से घटना की चर्चा बढ़ गयी थी। आरोप है कि वह शख्स पूरी रात मुख्यमंत्री आवास के ठीक बाहर एक जगह लोहे की रॉड लेकर बैठा रहा। इसके बाद मुख्यमंत्री की सुरक्षा के प्रभारी ‘डायरेक्टरेट ऑफ सिक्योरिटी से रिपोर्ट तलब की गई। उस क्षेत्र में कई सुरक्षा उपायों के साथ पीआईडीएस या ‘पेरीमीटर इंट्रूजन डिटेक्शन सिस्टम’ स्थापित करने का निर्णय लिया गया।
क्या है ‘पेरीमीटर इंट्रूजन डिटेक्शन सिस्टम’
यह राज्य में इस तरह की पहली निगरानी प्रणाली है। पहले इस चीज का इस्तेमाल दिल्ली और मुंबई के कुछ हाई सिक्योरिटी एरिया में किया जाता था। नई व्यवस्था के तहत 30 कैमरे लगाए गए हैं। कैमरे पर तस्वीरें लेने के अलावा, सेंसर के क्षेत्र में किसी के प्रवेश करने पर सिस्टम से जुड़े कंट्रोल रूम को अलर्ट भेजा जाएगा। इस पर पुलिस तत्काल कार्रवाई कर सकेगी। इस सिस्टम में जब कोई वाहन सेंसर से गुजरता है तो उससे जुड़ा फोन नंबर भी कंट्रोल रूम में पहुंच जाता है। सेंसर और कैमरों को मुख्यमंत्री आवास के आसपास और हरीश मुखर्जी रोड के कुछ स्थानों पर लगाया गया है।

शेयर करें

मुख्य समाचार

Radha Ashtami 2023: राधा अष्टमी पर अगर पहली बार रखने जा …

कोलकाता : हिंदू धर्म में भाद्रपद मास के शुक्लपक्ष की अष्टमी की तिथि को बहुत ज्यादा धार्मिक महत्व माना गया है क्योंकि इस दिन भगवान आगे पढ़ें »

Dacoity in Kharagpur : खड़गपुर के ज्वेलरी दुकान में दिनदहाड़े डकैती, गोली भी चली

खड़गपुर : पश्चिम मिदनापुर के खड़गपुर के गोलबाजार इलाके में शुक्रवार को दिनदहाड़े एक आभूषण की दुकान में डकैती का प्रयास किया गया। डकैती को आगे पढ़ें »

ऊपर