
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : दुआरे रेशन परियोजना के लिए स्कूल के कमरों को काम में लगाना होगा। हाल में एक विज्ञप्ति लेकर ये बात सामने आयी है। हाल में उच्च शिक्षा विभाग के जिला परिदर्शक कार्यालय से खड़गपुर महकमा के लिए एक विज्ञप्ति जारी की गयी थी। वह विज्ञप्ति उक्त महकमा के अधीन उच्च प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च माध्यमिक स्कूलों और मदरसों में भेजी गयी है। इसमें कहा गया है कि स्कूल के एक कमरे को दुआरे राशन योजना के लिए अलग रखना होगा। इसमें कहा गया है कि स्कूल में कोई अतिरिक्त कमरा होने पर, उसे दुआरे राशन योजना के लिए देना होगा। इसमें ही सभी सामान रखे जायेंगे और यहां से स्थानीय लोगों में राशन वितरित किया जायेगा। हालांकि स्कूल में इस तरह खाद्य सामग्री रखे जाने को लेकर सवाल उठ रहे हैं। 21 जुलाई को महकमा स्तर की डेवलपमेंट मॉनिटरिंग कमेटी ने ये निर्णय लिया था। हालांकि इसका उल्लेख किया गया है कि पूरी प्रक्रिया अस्थायी है। इधर, इस मुद्दे पर असंतोष जाहिर करते हुए बंगीय शिक्षक व शिक्षा कर्मी समिति के महासचिव स्वपन मण्डल ने कहा, ‘शिक्षा क्षेत्र में अगर राशन परिसेवा का काम में इस्तेमाल होता है तो स्कूल में शिक्षा का माहौल खराब होगा। इसका कारण है कि स्कूल के अंदर ही अगर राशन का सामान लेकर कोई आना-जाना करेगा तो फिर शिक्षा का माहौल कायम रखना अत्यंत कठिन हो जायेगा।’