
पेट्रोल चालित बोट रखने के लिए दी गयी चिट्ठी
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : रवींद्र सरोवर में रोइंग हादसे में 2 रोअर्स की मौत के बाद से ही रोइंग बंद है। कोलकाता पुलिस की ओर से एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिड्योर) जारी की गयी है। एसओपी लागू करने के लिए रोइंग क्लबों की ओर से तैयारी चालू है। संभवतः जुलाई महीने के पहले सप्ताह से रोइंग चालू की जा सकती है। इस बारे में कलकत्ता राेइंग क्लब के सेक्रेटरी देबू दत्ता ने सन्मार्ग काे बताया कि एसओपी लागू करने के लिए तैयारी चालू है। सब कुछ लगभग हो चुका है, केवल रेस्क्यू बोट आने की देरी है। इसमें कुछ और दिनों का समय लग सकता है। संभवतः जुलाई महीने के पहले सप्ताह से हम पूरी तैयारी के साथ पुनः रोइंग चालू कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि लेक के दोनों ओर पेट्रोल चालित बोट रखने के लिए केएमडीए और लालबाजार को चिट्ठी भी दी जा रही है। बैटरी ऑपरेटेड बोेट काफी हल्के होते हैं जबकि रेस्क्यू के लिए हमें भारी बोट चाहिये जिसमें 7-8 लोगों के साथ ही लाइफ सेविंग इक्विपमेंट रखी जा सके। इसके अलावा जारी एसओपी में हमें हाई स्पीड बोट रखने के लिए कहा गया है, लेकिन बैटरी ऑपरेेटेड रेस्क्यू बोट हाई स्पीड नहीं होती है। इस कारण पेट्रोल चालित रेस्क्यू बोट रखने के अलावा कोई और रास्ता नहीं है। एनजीटी का कोई ऐसा आदेश भी अब तक सामने नहीं आया है जिसमें पेट्रोल चालित बोट लेक में रखने की मनाही की गयी हो। इस कारण केवल रेस्क्यू बोट को लेकर मामला अब तक उलझा हुआ है, इस समस्या का समाधान होने के साथ ही सभी एसओपी के साथ रोइंग चालू कर दी जायेगी।