
सोनू ओझा
ममता ने कहा, यकीन है माेदी का हाथ नहीं, भाजपा नेता कर रहे हैं एजेंसियों का दुरुपयोग
शुभेंन्दु का हमला, राज्य में सीआईडी का किया जा रहा गलत उपयोग
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : विधानसभा में केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया गया। इस दौरान अपना वक्तव्य रखते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि मुझे यकीन है, राज्य में केंद्रीय एजेंसियों की कथित ज्यादतियों के पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हाथ नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का एक तबका अपना हित साधने के लिए एजेंसियों का दुरुपयोग कर रहा है। केंद्रीय जांच एजेंसियों की ‘ज्यादतियों’ के खिलाफ विधानसभा में एक प्रस्ताव पर बोलते हुए ममता ने प्रधानमंत्री से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि केंद्र सरकार का एजेंडा और उनकी पार्टी के हित आपस में न मिले। ममता ने कहा, ‘‘वर्तमान केंद्र सरकार तानाशाहीपूर्ण तरीके से व्यवहार कर रही है। यह प्रस्ताव किसी खास के खिलाफ नहीं है, बल्कि केंद्रीय एजेंसियों के पक्षपातपूर्ण कामकाज के खिलाफ है।’’
2024 में पूरी तरह से हो जाएगा भाजपा का खात्मा
ममता ने कहा कि देश के हालातों को देखने पर पता लगता है कि कैसे वह टुकड़ों में बंट गया है। यह आईना है भाजपा के लिए जो बता रहा है कि 2024 में भाजपा का पूरे देश से खात्मा हो जाएगा। भाजपा में जो ऊपर बैठे नेता हैं उनके पास क्या घोटाला हो रहा है यह किसी ने जानने की कोशिश नहीं की है। हर चीज को बेच कर देश को बेचने की कोशिश की जा रही है।
शुभेंदु को चैलेंज, एक आरोप प्रमाणित करके दिखाएं
ममता ने विरोधी दल के नेता व भाजपा के विधायक शुभेंदु अधिकारी को चैलेंज दिया कि वह अपने तमाम आरोपों में एक आरोप प्रमाणित करके दिखाएं। साथ ही दावा किया कि 24 घंटे के लिए एजेंसियों की कमान अगर मुझे दे दी जाए तो दिखा देंगे कितना पैसा किसने लिया और पैसा कहां से आया।
मीडिया, विचारक, एजेंसी तीनों पर कब्जा करने की कोशिश
ममता ने कहा कि मीडिया, विचारक और एजेंसी देश में यह तीन हथियार हैं जो महत्वपूर्ण हैं। इन तीनों पर ही कब्जा करने की कोशिश की जा रही है। वहीं पेगासस का उदाहरण देते हुए ममता ने दावा किया कि मंत्री, सांसद यहां तक कि अधिकारियों तक का फोन टेप किया जा रहा है।
नियमों के खिलाफ है सीबीआई और ईडी के खिलाफ प्रस्ताव : शुभेंदु
विपक्ष के नेता शुभेन्दु अधिकारी ने कहा कि इस तरह का ‘सीबीआई और ईडी के खिलाफ प्रस्ताव’ विधानसभा के नियमों के खिलाफ है। सीबीआई और ईडी जैसी केंद्रीय एजेंसियां राज्य में कई मामलों की जांच कर रही हैं, जिनमें तृणमूल कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता आरोपी हैं। शुभेंदु ने कहा कि एजेंसियों के केस पर हाईकोर्ट ने सुनवायी की, तृणमूल सरकार चाहे तो सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज कर सकती है मगर ऐसा नहीं किया जाएगा क्योंकि इन्हें अच्छे से पता है कि सुप्रीम कोर्ट जाने पर मामला बिगड़ सकता है।
प्रस्ताव के पक्ष में 189, विरोध में 69 मत पड़े
पूरे प्रस्ताव को लेकर सत्ता व विपक्ष दोनों ही तरफ के विधायकों ने अपना पक्ष रखा। भाजपा की ओर से अग्निमित्रा पॉल ने कहा कि शर्म की बात है कि सत्ता पक्ष दुर्नीति के पक्ष में है और विपक्ष के नेता दुर्नीति के विरोध में बात कर रहे है। वहीं विष्णु शर्मा ने पहाड़ पर शिक्षक नियुक्ति घोटाले की जानकारी दी। तृणमूल के मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा कि भाजपा ऐसी वॉशिंग मशीन है जहां जाने से ही हर असाधु साधु बन जाता है। प्रस्ताव के पक्ष में 189 मत तथा विरोध में 69 मत पड़े।