
सालाना 45% और महीने में 17% की बढ़ोतरी दर्ज की गयी
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : कोलकाता मेट्रोपोलिटन एरिया (केएमए) इलाके में अक्टूबर 2022 में 6,788 रेसिडेंशियल सेल्स एग्रिमेंट दर्ज किये गये जिसके बाद यह महीना वर्ष 2022 का सबसे बेहतरीन महीना बना। प्रति महीने प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन में अक्टूबर 2021 की तुलना में सालाना 45% की वृद्धि देखी गयी। सितम्बर महीने में दुर्गा पूजा समेत अन्य त्योहारों के कारण संपत्ति रजिस्ट्रेशन में देरी के बाद प्रति महीने 17% की वृद्धि दर्ज की गयी। इस बारे में नाइट फ्रैंक की ओर से कहा गया कि स्टैम्प ड्यूटी में छूट की सीमा लगातार बढ़ाये जाने का लाभ कोलकाता में नये घरों की मांग बढ़ाने में मिला है। वर्ष 2021 का कुल 97% रेसिडेंशियल सेल्स डीड्स इस साल के 10 महीने के पीरियड में ही रजिस्टर्ड किया जा चुका है। 31 दिसम्बर 2022 तक स्टैम्प ड्यूटी में 2% छूट के कारण घरों की मांग इसी कदर बने रहने की संभावना है। वर्ष 2021 के जुलाई महीने में पहली बार स्टैम्प ड्यूटी में छूट की घोषणा के बाद से अब तक कुल 69,743 रेसिडेंशियल संपत्तियाें को रजिस्टर्ड किया जा चुका है।
नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन व एमडी शिशिर बैजल ने कहा, ‘बढ़े हुए होम लोन ब्याज दरों ने होम बायर्स को लाभ पहुंचाया। स्टैम्प ड्यूटी छूट में वृद्धि के कारण घरों की मांग और बढ़ी है। 2% स्टैम्प ड्यूटी में छूट के कारण लगभग डेढ़ वर्षों से कोलकाता में घरों की मांग तेजी से बढ़ी है। इसके अलावा बढ़ी मांग के कारण डेवलपरों को भी इसका काफी लाभ पहुंचा है। ’
कुछ यूं रहा सेल्स ट्रेंड
एक और रियल इस्टेट सर्विस कंपनी एनारॉक के अनुसार, वर्ष 2022 के क्वार्टर 3 में टॉप 7 शहरों में घरों की कुल बिक्री का 6% कोलकाता में हुआ। मौजूदा क्वार्टर में कोलकाता में लगभग 5,000 यूनिट्स की बिक्री हुई जबकि पिछले क्वार्टर में यह 4,800 यूनिट्स थी। प्रति क्वार्टर कोलकाता में घरों की बिक्री में 3% का इजाफा देखा गया और गत वर्ष इसी क्वार्टर की तुलना में 54% की बढ़ोतरी दर्ज की गयी।
नये लांच पर एक नजर
वर्ष 2022 के क्वार्टर 2 में की तुलना में इस बार कोलकाता में 2.2 गुना अधिक नये रेसिडेंशियल लांच किये गये जो टॉप 7 शहरों में प्रति क्वार्टर की तुलना में सबसे अधिक रहा। वहीं वर्ष 2022 के क्वार्टर 3 में कोलकाता में लगभग 4,500 रेसिडेंशियल यूनिट्स की नयी सप्लाई रही जो टॉप 7 शहरों में कुल नयी सप्लाई का लगभग 5% रहा। लगभग 124% की बढ़ाेतरी इस दौरान दर्ज की गयी जबकि सालाना आधार पर नये लांच की संख्या लगभग 13% अधिक रही। पिछले क्वार्टर की तुलना में दक्षिण कोलकाता में इस बार लगभग 42% नये लांच आये। वहीं पूर्व कोलकाता में इस क्वार्टर में नये लांच में 14% की कमी देखी गयी। उत्तर और पश्चिम कोलकाता में नये लांच सबसे कम क्रमशः 6% और 5% रहे।
उपलब्ध इनवेंटरी
एनसीआर और चेन्नई के साथ कोलकाता देश के 3 शहरों में है जहां प्रति क्वार्टर के तौर पर उपलब्ध इनवेंटरी में कमी देखी गयी। टॉप 7 शहरों में कोलकाता में सबसे कम 36,700 यूनिट्स स्टॉक उपलब्ध है। कोलकाता में उपलब्ध इनवेंटरी में प्रति क्वार्टर 1% और सालाना 12% की कमी दर्ज की गयी। मध्य कोलकाता में सबसे कम अनसोल्ड इनवेंटरी, केवल 1% है जबकि सबसे अधिक पूर्व कोलकाता में 33% अनसोल्ड इनवेंटरी है।