
बिना हेलमेट और ट्रिपल राइडिंग करने वाले लोगों पर रहेगी नजर
चतुर्थी से ही सड़कों पर स्पेशल ड्राइव चलाएंगे ट्रैफिक पुलिस कर्मी
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : इस साल दुर्गा पूजा को लेकर कोलकाता पुलिस की ओर से विशेष तैयारियां की जा रही हैं। खासतौर पर कोविड के दो साल बाद इस साल महानगर की सड़कों पर लोगों की भीड़ उमड़ने की संभावना जतायी जा रही है। ऐसे में महानगर में आने वाले बेलगाम बाइक सवारों पर कार्रवाई करने के लिए कोलकाता ट्रैफिक पुलिस की ओर से पूरी तैयारी कर ली गयी है। इस बार बेपरवाह बाइक सवारों के साथ बिना हेलमेट के बाइक चलाने वाले लोगों को भी रियायत नहीं मिलेगी।
16 टीम के सदस्य रात भर रखेंगे बाइकर्स पर नजर
ट्रैफिक पुलिस सूत्रों के अनुसार बेलगाम बाइकर्स के कारण होने वाली दुर्घटना को रोकने के लिए इस बार विशेष टीम का गठन किया गया है। गुरुवार की शाम से 16 टीम के सदस्य विभिन्न इलाकों में घूमकर बिना हेलमेट के बाइक चलाने, हुड़दंग मचाने और ट्रिपल राइडिंग करने वाले लोगों पर कार्रवाई करेंगे। किसी इलाके में नाका चेकिंग तो कहीं गश्त लगाकर टीम के सदस्य बाइक सवारों पर कार्रवाई करेंगे। कोलकाता ट्रैफिक पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि खाली सड़क या छुट्टी के दिन कुछ युवक तेज रफ्तार से बाइक चलाते हैं। यह पुलिस के लिए सिरदर्द का कारण बन गया है।
जिन रास्तों से बाइकर्स ट्रिपल राइडिंग या फिर तेज गति से बाइक चलाकर गुजरते हैं उन इलाकों में ट्रैफिक पुलिस की विशेष टीम की नजर रहेगी। ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर बाइक चलाने वाले लोगों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार प्रति वर्ष पूजा के समय शहर को जाममुक्त रखने के लिए ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को पसीना बहाना पड़ता है। बड़े पूजा पंडालों के निकट दर्शनार्थियों की भीड़ को नियंत्रित करने के साथ ही वाहनों को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त संख्या में ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाता है। इसके कारण ईएम बाइपास सहित अन्य इलाकों में जहां पूजा कम होती है वहां पर नजरदारी कम होती है। इसके कारण बाइक सवार उन इलाकों में बेपरवाह तरीके से बाइक चलाते हैं और इसके कारण दुर्घटना घटती है। ऐसे में पुलिस का अनुमान है कि विशेष टीम के जरिए इस तरह की दुर्घटनाओं पर लगाम लगाया जा सकेगा। लालबाजार सूत्रों के अनुसार सोमवार को पूजा से पहले शहर के सभी ट्रैफिक गार्ड के ओसी और एसीपी के साथ बैठक की गयी थी। बैठक के दौरान निर्देश दिया गया कि तय रूट के अलावा किसी और रूट में बस चलाने वाले लोगों पर कार्रवाई की जाए।