
कोलकाता पुलिस के सभी थानों को मिलेगी 100 डायल मोटरसाइकिल
शहर के सभी ट्रैफिक को दिया गया है टैब
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : कोलकाता पुलिस की ओर से 100 डायल पर मदद की गुहार या अन्य शिकायत के लिए फोन करने वाले लोगों तक जल्द पहुंचने के लिए लगातार कोशिश की जा रही है। पुलिस की ओर से 100 डायल करने वाले लोगों की सेवा को और उपयोगी एवं बेहतर बनाने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। इनमें से एक महानगर के सभी पुलिस स्टेशन में 100 डायल पर आने वाले फोन के बाद घटनास्थल पर पहुंचने के लिए मोटरसाइकिल भी शामिल है। लालबाजार के आंकड़ों की माने तो वर्तमान में 100 डायल पर कॉल आने के बाद घटनास्थल तक पहुंचने में पुलिस को 8 मिनट का समय लगता है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 100 डायल पर आने वाले फोन के बाद घटनास्थल पर जाने के लिए विशेष बाइक होने से यह समय काफी कम हो जायेगा।
कंट्रोल रूम में आता है 100 डायल का फोन
फिलहाल कोलकाता पुलिस इलाके में 100 डायल पर वाले फोन को लालबाजार कंट्रोल रूम में उठाया जाता है। पुलिस के अनुसार उन्हें कॉल करने वाले व्यक्ति के लोकेशन का पता या तो कॉलर से मिलता है या फिर टेलिकॉम सर्विस प्रोवाइडर कंपनी से मिलता है। अगर कॉलर सुरक्षित स्थिति में रहता है तो वह खुद पुलिस को अपने लोकेशन के बारे में जानकारी देता है। अगर कॉलर अपना लोकेशन नहीं बता पता है तो पुलिस को टेलिकॉम सर्विस प्रोवाइडर पर उसके लोकेशन के लिए निर्भर रहना पड़ता है। कई बार लोगों का लोकेशन जानने में पुलिस को 8 मिनट का समय लगता है। इसके बाद पुलिस को कॉलर के पास पहुंचने में औसतन 8 मिनट का समय लगता है। अब डेडिकेटेड बाइक सेवा रहने से रिस्पॉन्स समय घटेगा।
100 डायल पर रिस्पॉन्स के लिए ट्रैफिक गार्ड को दिए गए हैं विशेष टैब
कोलकाता पुलिस ने महानगर की सड़कों पर आपातकालीन स्थिति में 100 डायल करने वाले लोगों की मदद के लिए अब पुलिस स्टेशन के अलावा शहर के सभी 25 ट्रैफिक गार्ड के पुलिस कर्मियों को जोड़ दिया है। इसके तहत सभी ट्रैफिक गार्ड में एक विशेष टैब दिया गया है जिसकी निगरानी वहां ड्यूटी पर तैनात पुलिस ऑफिसर करता है। लालाबाजार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ट्रैफिक पुलिस कर्मी सभी समय सड़कों पर तैनात रहते हैं। ऐसे में 100 डायल पर मदद के लिए गुहार लगाने वाले लोगों का लोकेशन पता चलने पर संबंधित इलाके के ट्रैफिक पुलिस को जानकारी मिलने पर वह तुरंत घटनास्थल पर पहुंचेंगे और रिस्पॉन्स करेंगे। इस विशेष टैब के जरिए लालबाजार कंट्रोल रूम से अधिकारी उनके पास आने वाले 100 डायल कॉल के बारे में जानकारी भेजते हैं। लालबाजार से मैसेज आने के बाद ट्रैफिक गार्ड में लगे टैब में एक लाइट जलने लगेगा। उसमें फोन करने वाले व्यक्ति का डिटेल्स और लोकेशन रहेगा। ट्रैफिक गार्ड का पुलिस कर्मी जब व्यक्ति की मदद करके आएगा तब उसे टैब में घटना की जानकारी देनी होगी। अगर कोई जवाब नहीं देता है तो उसे अनअटेंडेंट मान लिया जायेगा।