
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जीने ईडी के हाथों से छुटकारा चाहा। शिक्षक नियुक्ति दुर्नीति मामले में अभियुक्त राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री की ओर से इस संबंध में बुधवार को अदालत के पास आवेदन किया गया। हालांकि ईडी के मामले से छुटकारा चाहते हुए जो तर्क दिये गये हैं, उसका जवाब देने के लिए ईडी ने अदालत से समय मांगा है। इस कारण मामले की अगली सुनवाई अब 31 जनवरी को होगी। इधर, बुधवार को नगर दायरा अदालत में एसएससी संबंधित ईडी के मामले की सुनवाई थी। इस मामले में मुख्य अभियुक्तों में एक पार्थ भी हैं। गत 22 से 23 जुलाई की रात ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया था, लेकिन पार्थ की ओर से इस मामले में ईडी के जांचकर्ता अधिकारी के अधिकारों को लेकर सवाल उठाया गया। पार्थ ने जानना चाहा कि जो जांचकर्ता अधिकारी इस मामले की जांच कर रहे हैं, वह क्या यह जांच कर सकते हैं ? ईडी ने इस सवाल का जवाब देने के लिए अदालत से 4 सप्ताह का समय मांगा गया है। वहीं अदालत में ईडी से पूछा गया कि मामले की जांच कितनी आगे बढ़ी है। इसके साथ ही सवाल किया गया कि जांच कितनी दूर पहुंची है यह बताये बगैर, रिमांड में लिये बगैर किस प्रकार पार्थ को हिरासत में रखा गया है। नियमों के अनुसार, रिमांड के बगैर अभियुक्त को हिरासत में रखने का अधिकार ईडी को नहीं है।